
राजीव रंजन झा : भारतीय बाजार बीते 3 सत्रों में एक अच्छी-खासी उछाल दर्ज करने के बाद आज सुबह कुछ शांत लग रहा है और यह थोड़ा स्वाभाविक भी है, मगर इस बीच मेरी नजर पीवीआर (PVR) जैसे कुछ चुनिंदा शेयरों पर जा रही है।
पीवीआर ने नये हफ्ते की भी काफी अच्छी शुरुआत की है। पिछले हफ्ते इसने सिनेमैक्स (Cinemax) को खरीदने की घोषणा की, जिसके बाद यह लगातार जबरदस्त तेजी दिखा रहा है। सिनेमैक्स के अधिग्रहण की घोषणा के बाद 29 नवंबर को पीवीआर का शेयर 7.83% चढ़ कर 255.45 रुपये पर बंद हुआ। अगले दिन 30 नवंबर को इसने और भी तेजी पकड़ ली। उस दिन यह 18% उछाल के साथ 301.70 रुपये पर बंद हुआ। हालाँकि इस सौदे के बारे में अटकलें पहले से ही बाजार में थीं, लेकिन सौदे का विवरण आने के बाद बाजार में इसे लेकर ज्यादा उत्साह आया।
आज फिर इसने शुरुआती कारोबार में 8% से ज्यादा मजबूती दिखायी है और यह 325 के ऊपर नजर आ रहा है। इसकी मौजूदा चाल की रफ्तार देख कर यह अंदाजा लगाना स्वाभाविक होगा कि शायद यह जनवरी 2008 की रिकॉर्ड ऊँचाई को छूने की ओर बढ़ रहा है। उस समय यह 377 तक चढ़ा था। लेकिन हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि इन भावों पर पीवीआर काफी ऊँचे मूल्यांकन पर आ गया है। बाजार जब तेज हो तो वह कुछ समय के लिए मूल्यांकन जैसी बातों को भूल जाता है और उसे केवल मौजूदा चाल नजर आती है। लेकिन देर-सबेर हर शेयर को उचित मूल्यांकन की जमीन पर लौटना पड़ता है।
बेशक, सिनेमैक्स के अधिग्रहण ने पीवीआर को मल्टीप्लेक्स बाजार में सबसे बड़ी कंपनी बना दिया है। इससे बाजार में उसकी ताकत भी बढ़ेगी। लेकिन किन्हीं दो मल्टीप्लेक्स चेन कंपनियों के मूल्यांकन में दोगुने का फर्क नहीं हो सकता। अगर एक ही फिल्म का टिकट पीवीआर में 400 रुपये का और आइनॉक्स में 200 रुपये का मिले तो आप किसमें वह फिल्म देखेंगे? पीवीआर के शेयर का पीई अनुपात 60 को पार कर रहा है, जबकि आइनॉक्स लीजर करीब 43 के पीई पर है। आइनॉक्स भी अब सस्ता नहीं रह गया, लेकिन पीवीआर तो स्पष्ट रूप से महँगे शेयरों की श्रेणी में आ गया है। पुराने निवेशकों को अगर इसमें मुनाफा मिल रहा हो तो अब ज्यादा लालच न करें और पैसे जेब में डाल लें। सक्रिय कारोबारी बेशक मौजूदा चाल टूटने के संकेतों का इंतजार कर सकते हैं और जब तक यह चाल टूटे नहीं, तब तक इसका मजा ले सकते हैं।
इस बीच अधिग्रहण की खबर के बाद सिनेमैक्स की जो चाल बनी थी, वह पूरी हो गयी लगती है। आज सुबह यह शेयर कुछ ठंडा सपाट ही है। इसके शेयरधारकों को पीवीआर के खुले प्रस्ताव में 203.65 रुपये का जो भाव मिलेगा, उसकी उम्मीद से बनी तेजी अपनी ऊपरी सीमा पर आ चुकी है। इसका भाव अब 190 के आसपास है और खुले प्रस्ताव के भाव से कोई खास अंतर बाकी नहीं बचा है। बेशक खुले प्रस्ताव का भाव यहाँ से करीब 7% ऊपर है और इस खुले प्रस्ताव में शायद जितने भी शेयर आयेंगे, लगभग सारे-के-सारे स्वीकार भी होंगे। लिहाजा अगर 3-4 महीनों में, जब तक यह प्रक्रिया पूरी होगी, अगर आप 7% के फायदे से संतुष्ट हों तो यहाँ भी सिनेमैक्स खरीद कर खुले प्रस्ताव में डाल सकते हैं। लेकिन एसएमसी ग्लोबल के जगन्नादम तुनुगुंतला इसे आर्बिट्राज के बदले जोखिम उठाने का पुरस्कार कहना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। उनकी बात वाजिब है। अगर यह सौदा परवान चढ़ा और खुले प्रस्ताव की प्रक्रिया पूरी हो गयी, तो इतना फायदा आपकी जेब में होगा। लेकिन अगर किसी भी वजह से यह सौदा रद्द हो गया तो सिनेमैक्स के बाजार भाव एकदम से टूट जायेंगे। जगन्नादम कहते हैं कि जब तक अधिग्रहण की प्रक्रिया हर लिहाज से पूरी न हो जाये, तब तक एक जोखिम तो बना ही रहता है। अभी खुले प्रस्ताव के भाव और मौजूदा भाव का अंतर उसी जोखिम का पुरस्कार है। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 03 दिसंबर 2012)
Add comment