मैं समझता हूँ कि हम एक ऐसे चरण में हैं, जिसमें काफी आशावादी धारणाओं की वजह से भारतीय बाजार में तेजी का रुझान दिख रहा है।
ये आशावादी धारणाएँ आंतरिक और बाहरी परिवेश दोनों पर आधारित हैं, जिनमें कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट, कम चालू खाता घाटा (सीएडी) और लगभग शून्य थोक महँगाई दर जैसी बातें शामिल हैं। मुझे लगता है कि भारतीय बाजार का अच्छा प्रदर्शन जारी रहेगा। निवेशक हर गिरावट पर खरीदारी पर ध्यान दें और बाजार में निवेश करते रहें। हालाँकि सरकार ने अगर सुधारवादी कदमों को आगे ले जाने में अक्षमता दिखायी तो यह बाजार के लिए एक बड़ी चिंता होगी। एफआईआई निवेश के लिए भारत अभी भी एक आकर्षक बाजार है। सरकार की ओर से कोई बड़ा सुधार होने से बाजार की रेटिंग में सुधार हो सकता है। कच्चे तेल की कम कीमतें और घटता चालू खाता घाटा भारतीय शेयर बाजार के लिए काफी बड़े सकारात्मक पहलू हैं। अरविंद पृथी, सीईओ, एंडरसन कैपिटल एडवाइजर्स (Arvind Pruthi, CEO, Anderson Capital Advisors)
(शेयर मंथन, 03 जनवरी 2015)