बाजार में अब मजबूत चाल का चरण आ गया है, इसलिए अनुमानों से कहीं पहले ही यह ऊपरी स्तरों को हासिल कर सकता है।
हालाँकि विदेशी बाजारों से नकारात्मक रूप से चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं। इसके लिए चिंता यह भी है कि सरकार को अपनी नीतियाँ लागू करने में देरी हो सकती है। हालाँकि सकारात्मक यह है कि भारतीय बाजार ने लंबी अवधि की ऊपरी चाल के लिए मजबूत आधार बना लिया है। ऊपरी स्तरों पर निवेशकों की सहभागिता में धीरे-धीरे वृद्धि से संकेत मिलता है कि लोगों में विश्वास बढ़ रहा है। एफआईआई का रिकॉर्ड निवेश सकारात्मक रुझान बनने को पुष्ट कर रहा है। नितेश चंद, रिसर्च प्रमुख, साइक्स ऐंड रे इक्विटीज (Nitesh Chand, Research Group, psychs & Ray Equities)
(शेयर मंथन, 06 जनवरी 2015)