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नोटबंदी का असर लंबी अवधि में अच्छा

अमरजीत सिंह
सीईओ, अमर ग्लोबल इन्वेस्टमेंट
लंबी अवधि की दृष्टि से मैं बाजार को लेकर बहुत ही सकारात्मक हूँ।

बेशक, अभी नोटबंदी और आर्थिक धीमेपन, जीएसटी पर अमल, डोनाल्ड ट्रंप की विदेश नीति जैसे विषयों पर चिंताएँ हैं। वहीं यह उम्मीद सकारात्मक है कि इस साल के बजट में कर ढाँचे को तार्किक बनाया जायेगा और अच्छी नीतिगत घोषणाएँ की जायेंगी। नोटबंदी का असर छोटी अवधि के लिहाज से खराब है, पर लंबी अवधि में अच्छा है।
जून 2017 तक सेंसेक्स 28,000 और निफ्टी 8,700 पर, जबकि दिसंबर तक 2017 तक सेंसेक्स 29,500 और निफ्टी 9,000 पर होने की आशा है। सेंसेक्स साल 2018 में फिर से 30,000 का स्तर छू सकता है, जबकि 2025 तक यह 40,000 पर जा सकता है। इस साल बैंक, बुनियादी ढाँचा, दवा और आईटी क्षेत्र बाजार से तेज चलेंगे। दूसरी ओर रियल एस्टेट और सीमेंट शेयरों में कमजोरी रहेगी। साल 2017 के लिए मेरे पाँच पसंदीदा शेयर इंडियन ऑयल, एशियन पेंट्स, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक और एनबीसीसी हैं। (शेयर मंथन, 05 जनवरी 2017)

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