इडेलवाइज सिक्योरिटीज (Edelweiss Securities) ने अपनी दैनिक तकनीकी रिपोर्ट में उम्मीद जतायी है कि भारतीय बाजार में अभी सकारात्मक रुझान बना रहेगा। इसने कहा है कि छोटी अवधि का रुझान तेजी का है, क्योंकि निफ्टी (Nifty) अपने 21 दिनों के ईएमए (7928) और साथ ही 12 डीएमए (7785) के ऊपर बंद हुआ है। हालाँकि मोमेंटम ऑसिलेटर मिला-जुला व्यवहार कर रहे हैं और एक दायरे के अंदर ही बाजार सिमटे रहने का संकेत दे रहे हैं। इडेलवाइज ने कहा है कि निफ्टी ने 8000 के स्तर पर उल्टे हेड ऐंड शोल्डर की संरचना का आरंभिक लक्ष्य पा लिया है। आगे यह 8200 की ओर बढ़ सकता है, बशर्ते यह 12 डीएमए (अभी 7785) को न तोड़े।
हालाँकि दैनिक कैंडलस्टिक चार्ट पर शुक्रवार की कैंडल में एक लंबी ऊपरी छाया दिख रही है, जो ऊपरी स्तरों पर बिकवाली के दबाव का संकेत करती है। लिहाजा नये हफ्ते के आरंभिक हिस्से में कुछ कमजोरी रह सकती है। पिछले हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को निफ्टी दिन के ऊपरी स्तर 8055 से 73 अंक नीचे आ कर बंद होने के बावजूद 1.05% बढ़त दर्ज करने में सफल रहा और 7981 पर बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमिटी (FOMC) ने ब्याज दरें अभी नहीं बढ़ाने का जो फैसला लिया, उससे भारतीय बाजार ने एक तेज अंतराल (बुलिश गैप) के साथ शुक्रवार को कारोबार की शुरुआत की थी और दोपहर तक ऊपर ही चढ़ता रहा था। यह तीन हफ्तों के ऊपरी स्तर पर चला गया, मगर 24 अगस्त के घबराहट वाले दिन के ऊपरी स्तर के पास जाते ही मुनाफावसूली या ताजा बिकवाली के दबाव ने दोपहर के बाद इसे नीचे ला दिया। उतार-चढ़ाव दिखाने वाला सूचकांक इंडिया विक्स घट कर 18.30 पर आ गया। इडेलवाइज के मुताबिक ऐसा लगता है कि वायदा निपटान (एक्सपायरी) तक यह इसी तरह सुस्त रहेगा। (शेयर मंथन, 21 सितंबर 2015)