नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर सोमवार के सुबह के कारोबार में यस बैंक (Yes Bank) के शेयर में शानदार तेजी देखी जा रही है।
शुक्रवार के बंद भाव 25.55 रुपये के मुकाबले आज सुबह 11.34 बजे एनएसई पर यस बैंक का शेयर 47.75% की बढ़त के साथ 37.75 रुपये पर है। हालाँकि इससे पहले आज के कारोबार में यह ऊपर की ओर 40.40 रुपये तक चला गया था।
इस समय एनएसई निफ्टी 50 में 495 अंकों या लगभग पाँच फीसदी की गिरावट है और यह 9,460 के स्तर के आसपास है। कोरोना वायरस (Coronavirus) से संबंधित चिन्ताओं की वजह से दुनिया भर के शेयर बाजारों सहित भारतीय शेयर बाजार में भी गिरावट का रुख है। लेकिन यस बैंक का शेयर न केवल इन चिन्ताओं को दरकिनार करता दिख रहा है, बल्कि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के खराब वित्तीय नतीजे भी इसे हतोत्साहित नहीं कर सके हैं। वित्त वर्ष 2019-20 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में यस बैंक (Yes Bank) को 18,564 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। वित्त वर्ष 2019-20 की जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक को 600.08 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
हालाँकि बैंक के समक्ष कुछ सकारात्मक कारक भी हैं। 14 मार्च को केंद्र सरकार ने इसके लिए चार सदस्यों के निदेशक मंडल का गठन कर दिया। बैंक के मौजूदा प्रशासक प्रशांत कुमार को यस बैंक का मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) और प्रबंध निदेशक (MD) बनाया गया है। यस बैंक की पुनर्गठन योजना के तहत एसबीआई के नेतृत्व में कई बैंकों का एक समूह इसमें पूँजी निवेश कर रहा है। भारतीय स्टेट बैंक इसमें 7,250 करोड़ रुपये निवेश कर रहा है। आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) की ओर से 1,000 करोड़ रुपये, एचडीएफसी (HDFC) की ओर से 1,000 करोड़ रुपये, ऐक्सिस बैंक (Axis Bank) की ओर से 600 करोड़ रुपये, कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) की ओर से 500 करोड़ रुपये, बंधन बैंक (Bandhan Bank) की ओर से 300 करोड़ रुपये, फेडरल बैंक (Federal Bank) की ओर से 300 करोड़ रुपये और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) की ओर से 250 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। इस बीच यस बैंक के खाताधारकों के लिए अच्छी खबर यह भी है कि इस पर नकदी निकासी की लगायी गयी सीमा को 18 मार्च को हटा लिया जायेगा। (शेयर मंथन, 16 मार्च 2020)
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