वैश्विक संकेतों (Global cues), खास कर अमेरिकी शेयर बाजारों में शुक्रवार की चाल और उसके बाद सिंगापुर निफ्टी (SGX Nifty) की स्थिति को देखते हुए सोमवार, 10 अक्टूबर को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के साथ ही नये सप्ताह की शुरुआत होने का अंदेशा है।
आईसीआईसीआई डायरेक्ट (ICICI Direct) ने अपनी साप्ताहिक डेरिवेटिव रिपोर्ट में बताया है कि शुक्रवार, 7 अक्टूबर को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह में भारी उतार-चढ़ाव के बावजूद निफ्टी में 1% का सुधार देखने को मिली। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की बिकवाली का दबाव थोड़ा थमा, पर रुपये की गिरावट से इक्विटी पर दबाव बना। मजबूत डॉलर और बढ़ते बॉन्ड यील्ड की वजह से रुपये की विनिमय दर 82.40 रुपये प्रति डॉलर के नये न्यूनतम स्तर पर पहुँच गयी। हालाँकि व्यापक बाजारों में अच्छा प्रदर्शन रहा। पिछले सप्ताह मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों लगभग 2% की बढ़त दर्ज हुई।
आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने इस रिपोर्ट में वायदा बाजार के आँकड़ों का विश्लेषण करते हुए लिखा है कि व्यापक बाजारों में सुधार होने से बिकवाली सौदे कटने (शॉर्ट कवरिंग) को गति मिली और हफ्ते के दौरान प्रमुख सूचकांकों (इंडेक्स) में खुले सौदों (ओपन इंट्रेस्ट या ओआई) में गिरावट आयी है। एफआईआई की नेट शॉर्ट पोजीशन लगभग 1.3 लाख से मामूली रूप से घटकर 1 लाख अनुबंध से कम हो गयी है। स्टॉक फ्यूचर्स में भी एफआईआई ने कुल शॉर्ट पोजीशन में कमी करते हुए नेट लॉन्ग कर दिया है। हालाँकि नेट शॉर्ट ओआई अब भी उच्च स्तर पर है और गिरावट की स्थिति में शॉर्ट कवरिंग से कुछ सहारा मिल सकता है। आईसीआईसीआई डायरेक्ट का मानना है कि इस स्थिति में निफ्टी के लिए 17000 का स्तर मुख्य समर्थन स्तर (support level) के रूप में काम करेगा।
ब्रोकिंग फर्म एंजेल वन के मुख्य विश्लेषक - तकनीकी और डेरिवेटिव समीत चह्वाण (Sameet Chavan) ने अपनी साप्ताहिक टिप्पणी में कहा है कि साप्ताहिक आधार पर बाजारों में 1% से अधिक की बढ़त दर्ज की गयी। उनका कहना है कि अब चूँकि निफ्टी 17200 के स्तर से आगे निकलने और इसके ऊपर टिकने में सफल हुआ है, तो 17200-17000 अब हमारे बाजार के लिए महत्वपूर्ण समर्थन क्षेत्र बन गया है। (शेयर मंथन, 09 अक्टूबर 2022)
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