
प्रोविजन में वृद्धि और संपत्ति की गुणवत्ता खराब होने के कारण बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) को वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में 3,969.27 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है।
वहीं जानकारों ने बैंक के 1,187 करोड़ रुपये के घाटे का अनुमान लगाया था। इससे पहले पिछले साल की समान तिमाही में बैंक ऑफ इंडिया 1,045.52 करोड़ रुपये के घाटे में रहा था। इसी बीच बैंक ऑफ इंडिया की कुल आमदनी 12,335.71 करोड़ रुपये से 13.08% गिर कर 10,722.07 करोड़ रुपये, शुद्ध ब्याज आमदनी 3,469 करोड़ रुपये के मुकाबले 26% की गिरावट के साथ 2,563.85 करोड़ रुपये और अन्य आमदनी 1,754 करोड़ रुपये से 21.5% घट कर 1,375.23 करोड़ रुपये रह गयी।
गौरतलब है कि तिमाही के दौरान बैंक के प्रोविजन 4,736.21 करोड़ रुपये से 41% की बढ़त के साथ 6,674.12 करोड़ रुपये और शुद्ध एनपीए मार्च 2017 की समाप्ति पर 6.90% से बढ़ कर 8.26% रही।
उधर कमजोर नतीजों से बैंक के शेयर में कमजोरी आयी है। बीएसई में बैंक ऑफ इंडिया का शेयर 107.85 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले 105.30 रुपये पर खुला। 11 बजे के करीब बैंक ऑफ इंडिया के शेयरों में 4.60 रुपये या 4.27% की कमजोरी के साथ 103.25 रुपये पर कारोबार हो रहा है। (शेयर मंथन, 29 मई 2018)
Add comment