
ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (Oriental Bank of Commerce) को 2018 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 101.7 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ।
इसके मुकाबले पिछले साल की समान अवधि में बैंक को 1,749.90 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। ओरिंटल बैंक अप्रैल-जून तिमाही में भी 393.2 करोड़ रुपये के घाटे में रहा था। जानकारों का मानना है कि कम प्रावधान (Provision) और कर रिवर्सल (Tax Reversal) से बैंक के नतीजों को सहारा मिला है।
साल दर साल आधार पर ही बैंक की शुद्ध ब्याज आमदनी 1.8% की बढ़ोतरी के साथ 1,275 करोड़ रुपये रही। मगर ठीक पिछली तिमाही के मुकाबले इसमें 8.5% की गिरावट आयी है।
तिमाही दर तिमाही आधार पर बैंक का शुद्ध एनपीए अनुपात 10.63% की तुलना में 10.07% और सकल एनपीए अनुपात 17.89% से घट कर 17.24% रह गया। मगर सालाना आधार पर बैंक का शुद्ध एनपीए अनुपात बढ़ा है, जो पिछले साल की समान तिमाही में 9.44% रहा था। बैंक के प्रोविजन 3,146.92 करोड़ रुपये से घट कर 1,073.75 करोड़ रुपये के रह गये। वहीं इसका पूँजी पर्याप्तता 10.60% से कमजोर होकर 10.35% रह गया।
दूसरी तरफ बीएसई में ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स का शेयर 62.30 रुपये के पिछले बंद स्तर की तुलना में गिरावट के साथ 61.25 रुपये पर खुला। कारोबार के दौरान इसका शिखर 67.25 रुपये और निचला स्तर 61.25 रुपये पर रहा। अंत में यह 4.05 रुपये या 6.50% की बढ़त के साथ 66.35 रुपये पर बंद हुआ। (शेयर मंथन, 25 अक्टूबर 2018)
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