
ल्युपिन (Lupin) को निस्टाटिन और ट्राइमसिनोलोन एसीटोनिड (Nystatin and Triamcinolone Acetonide) क्रीम के लिए अमेरिकी स्वास्थ्य नियामक यूएसएफडीए (USFDA) से मंजूरी मिल गयी है।
इस क्रीम का इस्तेमाल फंगल त्वचा संक्रमण का इलाज करने के लिए किया जाता है। इस उत्पाद में एंटी-फंगल दवा निस्टाटिन शामिल है, जो फंगल को बढ़ने से रोकती है। यह क्रीम एक अन्य दवा कंपनी टैरो फार्मा की इसी नाम वाली क्रीम का जेनेरिक संस्करण है।
आँकड़ों के मुताबिक सितंबर 2018 तक पिछले 1 साल की अवधि में अमेरिका में निस्टाटिन और ट्राइमसिनोलोन एसीटोनिड क्रीम की बिक्री 5.43 करोड़ डॉलर की रही।
नयी क्रीम पेश करने की खबर से ल्युपिन के शेयर में आज 1.5% से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गयी। बीएसई में ल्युपिन का शेयर 865.15 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले आज बढ़त के साथ 868.00 रुपये पर खुल कर कारोबार के दौरान 899.00 रुपये के ऊपरी स्तर तक चढ़ा। अंत में यह 14.35 रुपये या 1.66% की बढ़ोतरी के साथ 879.50 रुपये के भाव पर बंद हुआ।
इस समय ल्युपिन की बाजार पूँजी 39,745.16 करोड़ रुपये है। पिछले 52 हफ्तों में कंपनी का शेयर 986.00 रुपये के शिखर तक चढ़ा और 723.55 रुपये के निचले भाव तक गिरा है। (शेयर मंथन, 30 नवंबर 2018)
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