सरकारी कंपनी भेल यानी भारत हैवी इलेक्ट्रिक लिमिटेड ने जीई पावर कंवर्जन के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया है। यह करार भारतीय नौसेना के लिए इंटीग्रेटेड इलेक्ट्रिक प्रोपल्सन सिस्टम (IEPS) विकसित करने के लिए किया गया है।
इस समझौता पत्र से इंटीग्रेटेड इलेक्ट्रिक प्रोपल्सन सिस्टम के लिए एडवांस तकनीक के क्षेत्र में स्वदेशी क्षमता बेहतर होगी।
समझौता पत्र पर हस्ताक्षर के मौके पर यूनाइटेड किंगडम के मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस प्रोक्योरमेंट, डिफेंस इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के संयुक्त सचिव और भेल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक नलीन सहगल भी मौजूद थे।
इस समझौते पत्र के तहतदोनों कंपनियां इस सिस्टम को विकसित करने के लिए अपने-अपने क्षेत्र की विशेषज्ञता साझा करेंगे।
इस सिस्टम का विकास आत्मनिर्भर भारत के तहत किया जाएगा।
इंटीग्रेटेड इलेक्ट्रिक प्रोपल्सन सिस्टम को विकसित करने के लिए एक संयुक्त वर्किंग ग्रुप का गठन किया गया है। इसके तहत मैरीटाइम इलेक्ट्रिक प्रोपल्सन सिस्टम के क्षेत्र में मिलिट्री और इंडस्ट्रियल सहयोग को बेहतर बनाने का लक्ष्य तय किया गया है।
यूनाइडेट किंगडम के मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस प्रोक्योरमेंट जेरेमी क्वीन के मुताबिक जीई पावर कंवर्जन और भेल के बीच हुए इस समझौते पत्र को लेकर काफी खुश हूं। भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच में सहयोग बढ़ाने की दिशा में यह पहला कदम है।
आपको बता दें कि जीई पावर कंवर्जन इलेक्ट्रिक प्रोपल्सन के क्षेत्र में विश्व भर की अग्रणी कंपनी है। कंपनी ने हाल ही में यूएस नेवी और रॉयल नेवी में अपना प्लैटफॉर्म स्थापित किया है। इस सिस्टम में काफी लचीलापन है ताकि आप बिजली पैदा करने वाले उपकरण और लेआउट यानी संरचना का चुनाव आसानी से कर सकते हैं। (शेयर मंथन 28 अप्रैल 2022)
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