सोयाबीन वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 3,720-3,780 रुपये के दायरे में साइडवेज कारोबार करने की संभावना है।
घरेलू और विदेशी बाजारों में सोयामील की कमजोर माँग के कारण हाजिर बाजारों में सोयाबीन की कीमतों में नरमी का रुझान है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय सोयामील की अधिक कीमतों के कारण माँग कम हो रही है। सोयाबीन की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद स्टॉकिस्टों और कारोबारियों की ओर से सोयाबीन की खरीदारी अचानक कम हो गयी है। लेकिन पेराई मार्जिन के बेहतर रहने से मिलें अभी खरीदारी कर रही हैं।
रिफाइंड सोया तेल वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 775-790 रुपये के दायरे में साइडवेज कारोबार करने की संभावना है। उच्च स्तर पर मुनाफावसूली से कीमतों की बढ़त पर रोक लगी रह सकती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी के रुझान पर सीपीओ वायदा (मार्च) की कीमतों में 646 रुपये के स्तर पर सपोर्ट के साथ बढ़त दर्ज करने की संभावना है। माँग में बढ़ोतरी के कारण कांडला बंदरगाह पर आरबीडी पॉमोलीन की कीमतें 5 रुपये की बढ़त के साथ 720 रुपये प्रति 10 किलो ग्राम के स्तर पर पहुँच गयी हैं। कारोबारियों के अनुसार आरबीडी पॉमोलीन की खुदरा माँग में बढ़ोतरी हुई है।
इसके अलावा सरसों वायदा (अप्रैल) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 4,000-4,060 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। अधिक उत्पादन अनुमान के साथ ही बढ़ती आवक के कारण राजस्थान के प्रमुख बाजारों में सरसों की कीमतों में गिरावट को देखते हुए मिलों ने थोक खरीदारी कम दर दी है। मिलें सरसों का स्टॉक जमा करने के लिए अभी कीमतों में आगे भी गिरावट के इंतजार के साथ काफी कम खरीदारी कर रही हैं। (शेयर मंथन, 23 मार्च 2018)
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