सोयाबीन वायदा (जून) की कीमतों के 3,745-3,785 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
ऐसी खबरें है कि सरकार द्वारा खरीफ सीजन 2018-19 के लिए सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य लगभग 3,390 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम तय किये जाने की संभावना है। यह केन्द्र द्वारा उत्पादन लागत के 1.5 गुना मूल्य के प्रस्ताव के अनुकूल है। सरकार के वर्ष 2017-18 के तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार सोयाबीन का कुल उत्पादन 10.9 मिलियन टन होने का अनुमान है।
रिफाइंड सोया तेल वायदा (जून) की कीमतों के 775-782 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है, जबकि सीपीओ वायदा (जून) की कीमतों के 662-672 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है । विदेशी बाजारों में तेजी के रुझान के कारण खाद्य तेलों की कीमतों को मदद मिल सकती है। अमेरिकी सोया तेल की कीमतों में तेजी और रिंगिट के कमजोर होने के कारण मलेशियन पॉम ऑयल की कीमतें लगभग सात हफ्ते के उच्च स्तर 2492 रिंगिट पर बंद हुई है। सरसों वायदा (जून) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 4,010-4,050 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। हाजिर बाजारों में स्टॉकिस्टों और मिलों की ओर से सरसों की अच्छी खरीदारी की जा रही है। मॉनसून सीजन से पहले सरसों तेल की बेहतर माँग के कारण पेराई मिलों की ओर से सरसों की अधिक खरीदारी की जा रही है। जयपुर बाजार में सरसों की कीमतें 4,050-4,055 रपये प्रति 100 किलो ग्राम हो गयी है। सरसों केक की कीमतें 1,850-1,855 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम है। (शेयर मंथन, 25 मई 2018)
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