सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 3,350-3,470 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के बाजारों में कम आपूर्ति के बीच बेहतर माँग के कारण सोयाबीन की हाजिर कीमतों में स्थिरता है। पेराई मिलों की ओर से सोयाबीन की माँग की तुलना में हाजिर बाजारों में कम आवक के कारण खरीदारी में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है और स्टॉकिस्टों द्वारा कम कीमतों में बिकवाली भी धीमी हो रही है, क्योंकि उनके पास भी स्टॉक काफी कम है। लेकिन मध्य प्रदेश में अच्छी बारिश के कारण सोयाबीन की बुआई में बढ़ोतरी हुई है, जबकि महाराष्ट्र, कर्नाटक और राजस्थान में भी सोयाबीन की बुआई में बढ़ोतरी हो सकती है। हाजिर बाजारों में तेजी के रुझान के कारण सरसों वायदा (अगस्त) की कीमतों में 4,250 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। राजस्थान के प्रमुख बाजारों में कम आपूर्ति के बीच पेराई मिलों की ओर से अधिक कीमतों पर सरसों की खरीदारी किये जाने से कीमतों में तेजी का रुझान है। बेंचमार्क जयपुर बाजार में सरसों की कीमतें 45 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 4,330-4,335 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम के स्तर पर पहुँच गयी हैं।
वैश्विक रुझानों के कारण सीपीओ वायदा (अगस्त) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 610-615 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। बीएमडी में मलेशियन पॉम ऑयल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है और बेंचमार्क अक्टूबर वायदा की कीमतें 1.8% की बढ़त के साथ 2.211 रिंगिट प्रति टन के स्तर पर बंद हुआ है। डॉलर के मुकाबले रिंगिट के कमजोर होने से भी कीमतों को मदद मिल रही है। (शेयर मंथन, 19 जुलाई 2018)
वैश्विक रुझानों के कारण सीपीओ वायदा (अगस्त) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 610-615 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। बीएमडी में मलेशियन पॉम ऑयल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है और बेंचमार्क अक्टूबर वायदा की कीमतें 1.8% की बढ़त के साथ 2.211 रिंगिट प्रति टन के स्तर पर बंद हुआ है। डॉलर के मुकाबले रिंगिट के कमजोर होने से भी कीमतों को मदद मिल रही है। (शेयर मंथन, 19 जुलाई 2018)
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