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हल्दी में नरमी, जीरे के लिए बाधा - एसएमसी

हाजिर बाजारों में नरमी के रुझान के कारण हल्दी वायदा (अक्टूबर) की कीमतों को 6,000-6,050 रुपये के स्तर पर बाधा रहने की संभावना है।

इरोद में केवल खराब क्वालिटी की हल्दी बिक्री के लिए आ रही है। इरोड टर्मरिक मर्चेंट्स एसोसिएशन सेल्स यार्ड में, फिंगर वेराइटी की हल्दी के कुछ बैग 200 रुपये की बढ़ोतरी के साथ बिके हैं, लेकिन रेगुलेटेड मार्केट समिति में फिंगर वेराइटी की कीमतों में 300 रुपये और रूट वेराइटी की कीमतों में 350 रुपये की गिरावट हुई है। इरोद टर्मरिक मर्चेंट्स एसोसिएशन सेल्स यार्ड में, फिंगर वेराइटी की कीमतें 5,669-7,809 रुपये और रूट वेराइटी की कीमतें 5,251-6,465 रुपये के दायरे में बिक रही हैं।
जीरा वायदा (अक्टूबर) की कीमतों को 17,265-17,400 रुपये के स्तर पर बाधा रहने की संभावना है और कीमतों की बढ़त पर रोक लगी रह सकती है। जीरे की आवक की मात्रा और गुणवत्ता में गिरावट आयी है, क्योंकि घरेलू माँग को देखते हुए सत्र अपने अंत की ओर है। इसके अलावा अक्टूबर से शुरू होने वाले नये सीजन से पहले और थोक खरीदारों की ओर से अधिक माँग के अभाव के कारण कीमतों की बढ़त पर रोक लग गयी। गुजरात के बेंचमार्क बाजार ऊँझा में एक्सचेंज-क्वालिटी जीरा 16,927 रुपये प्रति 100 किलोग्राम पर बेचा गया है।
धनिया वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में गिरावट जारी रह सकती है और कीमतें 5,200 रुपये के सहारा स्तर तक लुढ़क सकती है। रूस और यूक्रेन से अधिक आयात की रिपोर्ट से कीमतों पर दबाव पड़ रहा है। हाजिर बाजार में धनिया की कीमत 6,175 रुपये प्रति 100 किलोग्राम है। अधिक आपूर्ति और सुस्त माँग के कारण कुल मिलाकर धनिया में नरमी का रुझान है।
इलायची वायदा (नवंबर) की कीमतें 3,150-3,300 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार कर सकती है। त्योहारों के लिए माँग में वृद्धि और आपूर्ति की कमी के कारण तेजी का सेंटीमेंट हैं। इलायची की नयी फसल की आवक में पहले से ही देरी हो रही है और अधिकतम आवक का मौसम नवंबर में ही शुरू होने की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 04 अक्टूबर 2019)

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