सोयाबीन वायदा (अगस्त) की कीमतों को 3,720 रुपये के स्तर पर सहारा रहने की संभावना है जबकि कीमतों की बढ़त पर 3,795 रुपये के नजदीक रोक लग सकती है।
वर्तमान परिदृश्य में, प्रमुख उत्पादन क्षेत्र मध्य प्रदेश में यदि मानसून अगले एक हफ्ते तक या उससे आगे ऐसे ही कमजोर बना रहता है तो किसान सोयाबीन की फसल होने वाले नुकसान को देख रहे हैं। नतीजा यह हो रहा है कि खेतों में दरारें पड़ने लगी हैं और फसल को नुकसान पहुँचाना शुरू कर दिया है। कई क्षेत्रों में सोयाबीन के पौधे पीले पड़ने लगे हैं और पौधें की वृद्धि प्रभावित हुई है। सीबोट में अमेरिकी सोयाबीन वायदा की कीमतों में 2 सेंट से अधिक की गिरावट हुई है और कीमतें 8.85 डॉलर से ऊपर कारोबार कर रही है। कारोबारी आज जारी होने वाले अमेरिकी साप्ताहिक निर्यात बिक्री के आँकड़ें का इंतजार कर रहे है।
सरसों वायदा (अगस्त) की कीमतों के 5,000-5,030 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है। पेराई के लिए स्थिर माँग और इस सर्दी में उपजने वाली तिलहनों की कम उपलब्धता के कारण कीमतों को मदद मिल रही है।
सोया तेल (अगस्त) की कीमतें 845-860 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है जबकि सीपीओ (अगस्त) की कीमतें 710-720 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। अन्य खाद्य तेलों की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण मलेशियन पॉम ऑयल की कीमतों में दो दिनों की गिरावट के बाद आज बढ़त दर्ज की गयी है।
मलेशिया में पॉम ऑयल के अधिक उत्पादन अनुमान और भारत एवं चीन से कमजोर माँग की आशंका से कीमतों की बढ़त पर रोक लगी रह सकती है। बीएमडी में पॅाम ऑयल अक्टूबर वायदा की कीमतें 1.6% की बढ़ोतरी के साथ 2,644 रिंगिट पर बंद हुई है। डेलियान में सोया तेल की कीमतों में 0.6% और पॉम ऑयल की कीमतों 0.6% की गिरावट हुई है। सीबोट में सोया तेल की कीमतों में 1.2% की बढ़ोतरी हुई है। (शेयर मंथन, 30 जुलाई 2020)
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