सोयाबीन वायदा (अगस्त) की कीमतों को 3,740 रुपये के स्तर पर सहारा रहने की संभावना है जबकि कीमतों की बढ़त पर 3,795 रुपये के नजदीक रोक लग सकती है।
वर्तमान परिदृश्य में, प्रमुख उत्पादन क्षेत्र मध्य प्रदेश में यदि मानसून अगले एक हफ्ते तक या उससे आगे ऐसे ही कमजोर बना रहता है तो किसान सोयाबीन की फसल होने वाले नुकसान को देख रहे हैं। नतीजा यह हो रहा है कि खेतों में दरारें पड़ने लगी हैं और फसल को नुकसान पहुँचाना शुरू कर दिया है। कई क्षेत्रों में सोयाबीन के पौधे पीले पड़ने लगे हैं और पौधें की वृद्धि प्रभावित हुई है। अमेरिकी साप्ताहिक निर्यात बिक्री के आँकडों के अनुमान से अधिक रहने के कारण सीबोट में अमेरिकी सोयाबीन वायदा की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है और अगस्त वायदा कीमतें 8.91 डॉलर से ऊपर कारोबार कर रही है। लेकिन फसल के अनुकूल मौसम रहने के कारण बढ़त सीमित रही।
सरसों वायदा (अगस्त) की कीमतों के 5,070-5,090 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है। पेराई के लिए स्थिर माँग और इस सर्दी में उपजने वाली तिलहनों की कम उपलब्धता के कारण कीमतों को मदद मिल रही है।
सोया तेल (अगस्त) की कीमतें 860 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 870-875 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती है जबकि सीपीओ (अगस्त) की कीमतें 725 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 749 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। कारोबारियों द्वारा अधिक निर्यात अनुमान के कारण कल मलेशियन पॉम ऑयल की कीमतों में पांच वर्षो में सबसे अधिक मासिक बढ़त दर्ज की गयी है जबकि इंडोनेशिया के महत्वाकांक्षी बायोडीजल योजना के फिर से शुरू होने से सेंटीमेंट को मदद मिली। इंडोनेशिया के महत्वाकांक्षी बायोडीजल में 40% पॅाम ऑयल मिलाने की योजना है जिसे बी-40 कहा जा रहा है। डेलियान में सोया तेल की कीमतों में 2.4% और पॉम ऑयल की कीमतों 1.8% की बढ़ोतरी हुई है। सीबोट में सोया तेल की कीमतों में 0.4% की बढ़ोतरी हुई है। (शेयर मंथन, 31 जुलाई 2020)
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