हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों में 6,300-6,350 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती है, जो कम आवक के मुकाबले लगातार माँग के कारण मदद मिल रही है।
हाजिर बाजारों से सकारात्मक संकेत लेते हुये कीमतें 6,000 रुपये के पास सहारा के साथ तेजी के रुझान के साथ कारोबार कर सकती है। आने वाले दिनों में हल्दी खरीदार इन स्तरों पर सक्रिय हो सकते हैं क्योंकि दिन-प्रतिदिन व्यावसायिक गतिविधियाँ बढ़ रही हैं। नय़ी फसल की गुणवत्ता में सुधार होने पर घरेलू थोक खरीदारों की ओर से माँग भी अगले महीने से बढ़ने की उम्मीद है। साथ ही, मौजूदा बाजार वर्ष में कम उत्पादन की उम्मीदें हैं जो इस महीने से शुरू हुई हैं।
जीरा वायदा (मार्च) की कीमतों को 13,200 रुपये के पास बाधा का सामना करना पड़ सकता है, जबकि इसके विपरीत 13,000 रुपये के पास सहारा रह सकता है। उत्पादन अनुमान में मामूली गिरावट से कीमतों को मदद मिल रही है। गुजरात राज्य के कृषि विभाग के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, 2020-21 (जुलाई-जून) में राज्य में जीरा का उत्पादन 0.5% की की के साथ 3,73,700 टन होने की संभावना है। लेकिन निर्यात माँग कमजोर है क्योंकि स्टॉकिस्ट नयी फसल की आवक का इंतजार कर रहे हैं, जिससे फरवरी में हाजिर बाजारों में तेजी आने की उम्मीद है। हाजिर बाजारों में, रफ वेराइटी के जीरे की कीमतें 2,100-2,170 प्रति 20 किलोग्राम के दायरे में हैं जबकि एनसीडीईएक्स वेराइटी की कीमतें 2,220-2,320 रुपये प्रति 20 किलोग्राम के दायरे में हैं। बॉम्बे बोल्ड की कीमतें 2,480-2,570 रुपये प्रति 20 किलोग्राम और सर्वोत्तम गुणवत्ता की कीमतें 2,420-2,470 रुपये के दायरे में है।
गुजरात में अधिक उत्पादन के पूर्वानुमान और घरेलू खरीदारों की ओर से अधिक माँग की कमी के कारण धनिया वायदा (अप्रैल) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 5,900 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है। राज्य के कृषि विभाग के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, 2020-21 में (जुलाई-जून) में गुजरात में धनिया उत्पादन 55% बढ़कर 216,680 टन होने की संभावना है। (शेयर मंथन, 20 जनवरी 2021)
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