उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण सोयाबीन वायदा (अगस्त) की कीमतें कल 6% की गिरावट हुई है और ओपेन इंटरेस्ट भी कम होकर लगभग 3,410 टन रह गया है।
उम्मीद हैं कि कीमतें 8,600-8,400 रुपये तक गिरावट दर्ज कर सकती है। बुधवार को कीमतें 9,750 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी थी। इस बीच, एक्सचेंज ने लीन पीरियड मार्जिन को 4% से बढ़ाकर 7% कर दिया है। भारत में, किसानों ने 102 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन की बुवाई की है, जो एक साल पहले की तुलना में 9% कम है। 2021 में अमेरिकी सोयाबीन की फसल की स्थिति 2% गिरकर 58% हो गयी, जिसे उत्कृष्ट से अच्छा दर्जा दिया गया।
उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण आरएम सीड वायदा (अगस्त) की कीमतों में गिरावट हुई है। हाजिर बाजार में खरीदार अधिक कीमतों के कारण बाजार से दूर रहे। लेकिन कीमतों में अभी भी तेजी का रुझान है और कीमतें 7,400-7,350 रुपये के स्तर तक बढ़ सकती है। राजस्थान में जयपुर के बेंचमार्क बाजार में थोड़े से बदलाव के साथ सरसों की बोली लगी। सीजन के अंत में बाजार में कमी की उम्मीद है क्योंकि बाजार की रिपोर्ट के मुताबिक, 86 लाख टन की उपलब्धता में से सिर्फ 41.50 लाख टन सरसों ही शेष 8 महीने के लिए बचा है। खाद्य तेल की कीमतों में सुबह के सत्र में कुछ नरमी देखी गयी क्योंकि इंडोनेशिया ने अगस्त में सीपीओ के संदर्भ मूल्य में लगभग 42 डॉलर की कटौती की है, लेकिन शाम के सत्र में अमेरिकी सोया तेल की कीमतों में तेजी के रूख पर कीमतों में बढ़ोतरी हुई। मलेशिया में उत्पादन में सुस्त वृद्धि की उम्मीद और अधिक माँग के अनुमान से पॉम तेल की कीमतों में तेजी का रुझान है। 1-25 जुलाई के दौरान मलेशिया का पॉम तेल उत्पादन पिछले महीने की समान अवधि के मुकाबले 6.07% कम हो गया है। अमेरिका में अच्छे तिलहन उत्पादन के लिए मौसम की संभावनाओं में सुधार हुआ है लेकिन फसल की रेटिंग में सुधार नहीं हुआ है।
इसलिए, सोया तेल वायदा (अगस्त) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 1,395-1,375 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है, जबकि सीपीओ वायदा (अगस्त) की कीमतों के 1,137 रुपये के करीब सहारा लेते हुये 1,160 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। (शेयर मंथन, 29 जुलाई 2021)
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