सोयाबीन वायदा (अगस्त) की कीमतों में पिछले सप्ताह काफी उतार-चढ़ाव रहा और यह अब तक के उच्चतम स्तर 10,650 रुपये पर पहुँच गयी।
तत्काल बाधा 10,350 रुपये के ऊपर देखा जा रहा है जबकि सहारा 9,300 रुपये के स्तर पर है। सोयाबीन की माँग इसके सोयामील की खपत से अधिक है और अगले सीजन में स्टॉक सीमित है। अक्टूबर माह के बाद सोयाबीन का नया सीजन आयेगा। भारत में, पिछले सप्ताह तक किसानों ने 112 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन की बुवाई की है, जो सामान्य बुआई क्षेत्रा से अधिक है। आईएमडी ने कहा है कि अगस्त और सितंबर के महीने में मानसून की बारिश सामान्य रहेगी जिससे देश में फसल की स्थिति में सुधार हो सकता है।
आरएम सीड वायदा (अगस्त) की कीमतों ने पिछले सप्ताह उच्च स्तर पर कारोबार किया और किसानों और कारोबारियों के पास अनुमान से कम स्टॉक होने की खबरों के कारण कीमतें 7,940 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी। बाजार सूत्रों के अनुसार तेल मिल मालिकों द्वारा सरसों की पेराई जुलाई में 31% से अधिक घटकर 5,50,000 टन रह गयी। बाजार सीजन के अंत में सरसों की कमी की उम्मीद कर रहा है क्योंकि जून के अंत तक लगभग 50 लाख टन सरसों की पेराई हुई है, इस सीजन में 86 लाख टन उपलब्धता में से बाकी सीजन के लिए केवल 36 लाख टन ही शेष रह गया है। राजस्थान के बेंचमार्क बाजार जयपुर में पिछले हफ्ते सरसों की कीमतें 7,800 रुपये के स्तर पर स्थिर थी।
अधिक आयात और बंदरगाहों पर अच्छे स्टॉक की खबरों के कारण पिछले सप्ताह के दौरान खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गयी। इसके अलावा, मलेशिया मे सीपीओ आरै सीबीआटो में सोय तेल में गिरावट से भी घरेलू बाजार में कीमतों पर दबाव पड़ा। आगामी दिनो में, सोया तेल में वायदा (अगस्त) की कीमतों को 1,434 रुपये के स्तर पर बाधा और 1,378 रुपये पर सहारा रह सकता है। सीपीओ वायदा (अगस्त) की कीमतों को 1,118 रुपये पर सहारा और 1,144 अड़चन रह सकता है। हमें उम्मीद है कि अतं रराष्ट्रीय खाद्य तले की कीमतों में नरमी के रुझान के कारण इस सप्ताह में कीमतों में गिरावट हो सकती है। (शेयर मंथन, 09 अगस्त 2021)
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