माँग में बढ़ोतरी होने की संभावना के कारण कल सोयाबीन वायदा (सितंबर) की कीमतों में ऊपरी सर्किट पर बढ़ोतरी हुई है।
कीमतों के 8,450 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 9,000 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है। मध्य और पश्चिमी भारत में मानसून की बारिश फिर से शुरू हो गयी है, सोयाबीन उत्पादन की संभावना अच्छी हो गयी है। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में सोयाबीन की फसल अब तक अच्छी स्थिति में है। लेकिन लगातार माँग के कारण कीमतों को मदद मिल रही है। एसपीओए की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, सोयाबीन का रकबा पिछले साल के 118.4 लाख हेक्टेयर की तुलना में 123.5 लाख हेक्टेयर हो गया है। सरकार ने पोल्ट्री उद्योग को समर्थन देने के लिए 15 लाख टन सोयाबीन भोजन के आयात की अनुमति दी है।
आरएम सीड वायदा (सितंबर) की कीमतें कल 2.8% की बढ़त के साथ अब तक के उच्च स्तर 8,400 रुपये पर पहुँच हुई। कीमतों के अब 8,200 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 8,750 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। कम स्टॉक और खपत की माँग जारी रहने से कीमतों को समर्थन मिल रहा है। तेल की अच्छी घरेलू माँग और सरसोंमील की निर्यात माँग से आने वाले महीनों में कीमतों में तेजी बनाये रखेगी। फिजिकल बाजार में, प्रोसेसर उच्च कीमतों पर खरीदारी करने में बहुत सावधानी बरत रहे हैं जिससे हाजिर माँग कम हुई है और कीमतों पर दबाव पड़ा है। यूरोपीय संघ के कम आयात के कारण मलेशियाई पॉम तेल वायदा की कीमतों में कल लगातार तीसरे दिनम गिरावट हुई है। इसके अलावा, भारत सरकार की अधिसूचना के अनुसार चौथे पखवाड़े के लिए रिफाइंड सोया तेल और सीपीओ पर घरेलू शुल्क मूल्य अपरिवर्तित रहा। खाद्य तेल की घरेलू कीमतों को कम करने के लिए सरकार ने सोयाबीन तेल और सूरजमुखी तेल के आयात शुल्क में कटौती की घोषणा की थी।
सोया तेल वायदा (सितंबर) की कीमतों के 1,386 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,425 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है जबकि सीपीओ वायदा (सितंबर) की कीमतों के 1,145-1,175 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। (शेयर मंथन, 03 सितम्बर 2021)
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