विदेशी बाजारों में कपास की कीमतों में तेजी के कारण कॉटन वायदा (अक्टूबर) की कीमतें कल 0.2% बढ़ गयी है।
अब कीमतों में 25,000-25,700 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। सीसीआई ने सोमवार को कपास की बिक्री की अपनी दरों में 300 रुपये प्रति कैंडी की कमी की, जबकि कर्नाटक के साथ-साथ उत्तर भारत के राज्यों के साथ-साथ मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में नये कपास की आवक शुरू हो गयी है। मिलों की ओर से कम खरीदारी हो रही है।
ग्वारसीड वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में कल 0.5% की गिरावट हुई है। हमें उम्मीद है कि कीमतें 5,915 रुपये पर बाधा के साथ 5,600 रुपये तक लुढ़क सकती है। अगस्त के अंत तक ग्वारगम का रकबा पिछले साल 25 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 21 लाख हेक्टेयर रह गया है जिससे लगातार चौथे साल उत्पादन कम होगा। सितंबर में अच्छी बारिश का अनुमान से कुछ हद तक ग्वारगम उत्पादन रिकवरी कर है।
अरंडी बीज (अक्टूबर) की कीमतों में कल 0.5% की गिरावट हुई है और अब कीमतों के 5,990-6,250 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। सितंबर में देर से मॉनसून की बारिश से गुजरात में अरंडी के क्षेत्रा में वृद्धि हुई है। गुजरात में, अरंडी के बीज की बुआई सामान्य क्षेत्र का केवल 84% में हुई हैं, जिससे अगले सीजन के लिए उत्पादन कम हो सकता है। गुजरात में 20 सितम्बर तक अरंडी का रकबा पिछले साल के 6 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 5.80 लाख हेक्टेयर रह गया है। निर्यात माँग और अरंडी के तेल के लिए निरंतर औद्योगिक उपयोग से कीमतों में तेजी बनी रहेगी। (शेयर मंथन, 23 सितम्बर 2021)
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