सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में कल मामूली बढ़ोतरी हुई है। कीमतें 5,950 रुपये के स्तर पर अड़चन और 5,850 रुपये के सहारा के साथ कारोबार के साथ एक दायरे में कारोबार कर सकती है।
ग्लोबल ऑयल सम्मेलन के अपडेट के अनुसार, भारत का सोयाबीन उत्पादन पिछले साल के 8.9 मिलियन टन की तुलना में 10 मिलियन टन होने का अनुमान है। नये सीजन के सोयाबीन का मंडियों में पहुँचना शुरू हो गया है और आवक दबाव बढ़ने से पहले थोक खरीदार आक्रामक खरीदारी के लिए सतर्क हैं।
शॉर्ट कवरिंग के कारण आरएम सीड वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में कल 0.8% की बढ़ोतरी हुई है। अब कीमतें 8,430 रुपये पर सहारा के साथ 8,400-8,600 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। देशभर में सरसों की आवक बढ़ गयी है। कारोबारियों के मुताबिक मंडियों में सोयाबीन की नयी आवक शुरू होने से पेराई संयंत्रों की खरीद धीमी हो गयी है। दूसरी ओर शुल्क में कमी से खाद्य तेल के आयात में वृद्धि हुई है जिससे सरसों पर भी दबाव पड़ा है। सरसों के तेल क कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है। लेकिन सरसों का स्टॉक काफी कम होने से कीमतों को 8,100 रुपये के स्तर से ऊपर समर्थन मिल सकता है। कल खाद्य तेल की कीमतों में तेजी का कारोबार हुआ। शुल्क वैल्यू में बढ़ोतरी और त्योहारी माँग में वृद्धि से कीमतों को समर्थन मिल रहा है। सीबोट में सोया तेल की कीमतों में तेजी और कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण मलेशियाई पॉम तेल वायदा की कीमतों में कल तीसरे दिन बढ़ोतरी हुई है।
सोया तेल वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 1,315 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,300-1,340 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है, जबकि सीपीओ वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 1,115 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,126 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है। (शेयर मंथन, 30 सितम्बर 2021)
Add comment