कच्चे तेल की कीमतों के गिरावट के साथ खुलने की संभावना है। कुल मिलाकर कच्चे तेल की कीमतें 3,670-3,750 रुपये के दायरे मे कारोबार कर सकती हैं।
ओपेक द्वारा तेल उत्पादन में कटौती जारी रहने की संभावना और मध्य-पूर्व के तानाव के कारण पिछले हफ्ते तेल की कीमतों में दर्ज तेजी पर अब अमेरिकी कच्चे तेल के बढ़ते उत्पादन का भी असर पड़ने लगा है। ओपेके की बैठक 30 नवंबर को वियना में होने वाली है जिससे तेल उत्पादन में कटौती को मार्च 2018 के बाद भी जारी रखने पर मुहर लगायी जायेगी। लेकिन इस बीच अमेरिकी तेल उत्पादकों ने 2016 के मध्य के बाद से तेल उत्पादन में 14% से अधिक की बढ़ोतरी की है और कुल अमेरिकी तेल उत्पादन रिकॉर्ड 9.62 मिलियन बैरल प्रति दिन हो गया है। यमन को लेकर ईरान और सऊदी अरब के बीच तनाव के कारण आपूर्ति के बाधित होने की आशंका से तेल की कीमतों को मदद मिली है। आईईए ने कहा है कि इलेक्ट्रिक वाहनों में बढ़ोतरी के कारण विश्व स्तर पर तेल की माँग में मामूली कमी आने की संभावना है। नेचुरल गैस वायदा की कीमतें 208-210 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। (शेयर मंथन, 14 नवंबर 2017)