कच्चे तेल की कीमतों के गिरावट के साथ खुलने की संभावना है। कुल मिलाकर कच्चे तेल की कीमतें 3,550-3,680 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं।
अमेरिकी ऊर्जा सूचना प्रबंधन (ईआईए) के भंडार आँकड़ों से कीमतों को दिशा मिला सकती है। ईआईए द्वारा इलेक्ट्रिक वाहनों में बढ़ोतरी के कारण विश्व स्तर पर तेल की माँग में मामूली कमी आने की संभावना जताये जाने के बाद कल की कीमतों में गिरावट हुई। ईआईए के अनुसार विश्व स्तर पर कच्चे तेल की माँग 1,00,000 बैरल प्रति दिन बढ़ कर कुल 1.5 मिलियन बैरल प्रति दिनों की बढ़ोतरी होने की संभावना है जबकि 2018 में कम होकर 1.3 मिलियन बैरल प्रति दिन बढ़ोतरी होने की संभावना है। माँग में कमी का अर्थ यह है कि विश्व स्तर पर तेल की खपत अनुमान के अनुकूल होने की संभावना हैं। इस बीच अमेरिकी तेल उत्पादकों ने 2016 के मध्य के बाद से तेल उत्पादन में 14% से अधिक की बढ़ोतरी की है और कुल अमेरिकी तेल उत्पादन रिकॉर्ड 9.62 मिलियन बैरली प्रति दिन हो गया है। नेचुरल गैस वायदा की कीमतें 200-206 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। (शेयर मंथन, 15 नवंबर 2017)