कच्चे तेल की कीमतों के गिरावट के साथ खुलने की संभावना है।
अमेरिका द्वारा तेल उत्पादन में कटौती नही करने के लिये ओपेक पर दबाव के कारण आज तेल की कीमतों में लगभग 1% की गिरावट देखी जा रही है। ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें 70 डॉलर से नीचे फिसल गयी हैं, जबकि डब्ल्यूटीआई तेल की कीमतें 60 डॉलर से नीचे लुढ़क गयी हैं। अमेरिकी डॉलर के 16 महीने के उच्च स्तर पर पहुँचने से भी तेल बाजार में बिकवाली को बढ़ावा मिला। इसके पहले सऊदी अरब ने ओपेक से कहा था कि अगले वर्ष में आपूर्ति की अधिकता से बचने के लिए तेल उत्पादन में अक्टूबर के स्तर से 1 मिलियन बैरल प्रति दिन की कटौती करने की जरूरत है। कच्चे तेल की कीमतों को 4,340 रुपये के पार सहारा और 4,420 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकती है।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है और कीमतें 270-282 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। अमेरिका में अनुमान से अधिक ठंड के बाद हीटिंग के लिये गैस की माँग में बढ़ोतरी की संभावना के कारण कल अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में 2% से अधिक की उछाल दर्ज की गयी। (शेयर मंथन, 13 नवंबर 2018)