कच्चे तेल में आज मिला-जुला कारोबार होने की संभावना है।
पिछले हफ्ते की तेज गिरावट के बाद निचले स्तर पर थोड़ी शॉर्ट कवरिंग हो सकती है। पिछले कारोबार में लगभग 8% की गिरावट के बाद आज तेल की कीमतों में स्थिरता है, लेकिन कीमतों पर दबाव बना हुआ है और कमजोर फंडामेंटल के कारण ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें 60 डॉलर प्रति बैरल से नीचे कारोबार कर रही हैं।
तेल की आपूर्ति में बढ़ोतरी होने और माँग में धीमेपन की आशंका और 2019 में भी आपूर्ति के अधिक रहने की संभावना से तेल की कीमतों पर दबाव पड़ रहा है।
कच्चे तेल की कीमतों को 3,550 रुपये पर सहारा और 3,720 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकती है। प्रमुख करेंसियों के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने से भी तेल की कीमतों पर दबाव पड़ा।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों के गिरावट के साथ खुलने की संभावना है और कीमतें 295-310 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। अमेरिकी गैस भंडार में अनुमान से अधिक बढ़ोतरी और मौसम के सामान्य रहने के अनुमान के बाद अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में गिरावट हुई है। पिछले 30 दिनों में अमेरिकी नेचुरल गैस का उत्पादन रिकॉर्ड 87.1 बिलियन क्यूबिक फीट प्रति दिन के स्तर पर पहुँच गया है। (शेयर मंथन, 26 नवंबर 2018)