कच्चे तेल की कीमतों में तेजी बरकरार रहने की संभावना है।
ओपेक और रूस द्वारा तेल आपूर्ति में कटौती के कारण आज तेल की कीमतो में 1% की बढ़त देखी जा रही है, जबकि कमजोर वैश्विक आर्थिक रुझानों के कारण कीमतों की बढ़त पर रोक लग सकती है। ओपेक और रूस द्वारा तेल आपूर्ति में कटौती, ईरान पर प्रतिबंध और अमेरिका में माह-दर-माह तेल उत्पादन में कमी से कीमतों को मदद मिल रही है।
कच्चे तेल की कीमतों को 3,600 रुपये के स्तर पर सहारा और 3,710 रुपये पर बाधा रह सकती है। अमेरिका ने पिछले वर्ष नवंबर में ईरान पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन अमेरिका ने ईरान के बड़े तेल आयातकों को ईरान से तेल खरीद करने की छूट दी थी। चीन ने दिसंबर महीने में 43.78 मिलियन टन कच्चे तेल का आयात किया है, जो पिछले महीने के 42.87 मिलियन टन की तुलना में 2.1% अधिक है।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है और कीमतें 270 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। अमेरिका में जनवरी के शेष दिनों में अनुमान से कम तापमान के बाद हीटिंग के लिए अधिक माँग की संभावना से अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में कल 16% से अधिक की उछाल दर्ज की गयी। (शेयर मंथन, 15 जनवरी 2019)
कच्चे तेल की कीमतों को 3,600 रुपये के स्तर पर सहारा और 3,710 रुपये पर बाधा रह सकती है। अमेरिका ने पिछले वर्ष नवंबर में ईरान पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन अमेरिका ने ईरान के बड़े तेल आयातकों को ईरान से तेल खरीद करने की छूट दी थी। चीन ने दिसंबर महीने में 43.78 मिलियन टन कच्चे तेल का आयात किया है, जो पिछले महीने के 42.87 मिलियन टन की तुलना में 2.1% अधिक है।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है और कीमतें 270 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। अमेरिका में जनवरी के शेष दिनों में अनुमान से कम तापमान के बाद हीटिंग के लिए अधिक माँग की संभावना से अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में कल 16% से अधिक की उछाल दर्ज की गयी। (शेयर मंथन, 15 जनवरी 2019)