कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना है।
चीन और अमेरिका के बीच गहराते व्यापार विवाद के कारण वैश्विक बाजार के सुस्त होने की आशंका से कच्चा तेल वायदा की कीमतों में नरमी देखी जा रही है। लेकिन तेल भंडार में गिरावट से कीमतों की गिरावट पर रोक लग सकती है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा है कि दोनों देश सितंबर में आमने-सामने बैठकर बातचीत करने की योजना बना रहे हैं। लेकिन बातचीत में प्रगति अमेरिका के अनुकूल व्यवहार पर निर्भर करेगा।
कच्चे तेल की कीमतों के 4,010 रुपये पर सहारे के साथ 4,100 रुपये के स्तर पर पहुँच जाने की संभावना है। अमेरिका में हरिकेन डोरियन के फ्लोरिडा तट से टकराने की आशंका से अमेरिकी ऑफशोर तेल उत्पादन उत्पादन में कमी कर सकते है। ईआईए के अनुसार अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में 1 करोड़ बैरल की गिरावट हुई है। नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतें 162 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 167 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती हैं। अमेरिक मौसम के सामान्य से अधिक गर्म रहने से वातानुकूलन के लिए गैस की माँग में बढ़ोतरी होने से अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। (शेयर मंथन, 30 अगस्त 2019)