कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,550 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 3,460 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
ओपेक और रूस सहित अन्य तेल उत्पादकों के बीच फरवरी में तेल उत्पादन पर गतिरोध जारी रहने के कारण आज तेल की कीमतों में मामूली बदलाव किया गया, जबकि नये कोविड-19 लॉकडाउन के बीच ईंधन की माँग में कमी को लेकर चिंता बरकरार है। पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन और उसके सहयोगियों के फरवरी में तेल उत्पादन स्तरों पर सहमत होने में विफल रहने के कारण कल दोनों कॉन्टैंक्ट की कीमतों में 1% से अधिक की गिरावट हुई है। सऊदी अरब ने नये लॉकडाउन के कारण अधिक तेल उत्पादन के खिलाफ तर्क दिया जबकि रूस ने अधिक माँग का हवाला देते हुये अधिक उत्पादन के पक्ष में रहा।
ओपेक प्लस मंगलवार को वार्ता फिर से शुरू करेगा। मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव ने तेल की कीमतों को मदद मिल रही है। ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने सोमवार को खाड़ी में एक दक्षिण कोरियाई-झंडे वाले टैंकर को जब्त कर लिया और अमेरिका के प्रतिबंधे के कारण दक्षिण कोरियाई तटों परं ईरानी फंडों को लेकर तेहरान और सियोल के बीच उसके चालक दल को भी कब्जे में रख लिया है।
नेचुरल गैस की कीमतों में उठापटक के साथ कारोबार हो सकता है और कीमतों को 187 रुपये रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 194 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। (शेयर मंथन, 05 जनवरी 2021)