कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना हैं लेकिन उच्च स्तर पर बिकवाली से इंकार नहीं किया जा सकता है। कीमतों को 5,470 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 5,390 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
ओपेक प्लस उत्पादक अगस्त से बाजार में अधिक उत्पादन वापस करने में सतर्क रहने से आपूर्ति की तुलना में माँग में अधिक बढ़ोतरी की संभावना से आज तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई, जो लगातार पाँचवें सप्ताह बढ़त की ओर अग्रसर है। तेल की माँग की रिकवरी में तेजी आयी है क्योंकि दुनिया भर में टीकाकरण शुरू हो गया है, ईंधन की खपत को बढ़ावा मिलने से तेल भंडार में कमी हो रही है। ओपेक प्लस गठबंधन अगस्त के लिए अपनी उत्पादन नीति पर चर्चा करने के लिए अगले सप्ताह के अंत में मिलने वाला है और कुछ देश उत्पादन में वृद्धि का समर्थन करने पर विचार कर रहे हैं। ओपेक और उसके सहयोगियों ने महामारी के दौरान बंद आपूर्ति को बहाल करने की दिशा में अनुशासन बनाए रखा है। माँग में जोरदार वापसी अब समूह के सदस्यों के धैर्य की परीक्षा ले रही है, जो 1 जुलाई को एक और बढ़ोतरी का आकलन करने के लिए बैठक करेंगे। ईरान पर प्रतिबंध हटाये जाने की संभावना और उसके अधिक तेल के बाजार में आने की संभावना जल्द ही कम हो गयी है, एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि 2015 के परमाणु समझौते के साथ ईरान के अनुपालन पर गंभीर मतभेद कई मुद्दों पर बने हुये हैं।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 252 रुपये के स्तर पर सहारा और 258 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 25 जून 2021)