कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रुझान रह सकता है। कीमतों को 5,190 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 5,080 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
तेल की कीमतें आज एक सप्ताह के उच्च स्तर पर चढ़ गयी क्योंकि तूफान इडा से नुकसान के बाद अमेरिकी आपूर्ति को लेकर चिंता के कारण कीमतों को मदद मिली। अमेरिकी खाड़ी के अपतटीय तेल उत्पादन का लगभग तीन-चौथाई, या प्रति दिन लगभग 1.4 मिलियन बैरल-लगभग ओपेक सदस्य नाइजीरिया के उत्पादन के बराबर-अगस्त के अंत से बंद है। अमेरिका की मैक्सिको की खाड़ी में सबसे बड़े तेल उत्पादक रॉयल डच शेल पीएलसी ने गुरुवार को तूफान इडा से अपतटीय सुविधाओं को नुकसान के कारण कुछ निर्यात कार्गाो को रद्द कर दिया, जिससे संकेत मिलता है कि ऊर्जा हानि हफ्तों तक जारी रहेगी। लेकिन ऊर्जा सेवा प्रदाता बेकर ह्यूजेस के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका में रिग की संख्या में बढ़ोतरी हुई है जिससे आने वाले हफ्तों में उत्पादन बढ़ सकता है। इडा के प्रभाव से परे, बाजार का ध्यान इस सप्ताह पेट्रोलियम ऑपरेटिंग देशों के संगठन (ओपेक) और अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) से 2022 के लिए तेल माँग दृष्टिकोण में संभावित संशोधन पर रहेगा। अमेरिकी कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमिशन ने शुक्रवार को कहा कि मनी मैनेजर्स ने 7 सितंबर समाप्त सप्ताह में अमेरिकी कच्चा तेल वायदा और ऑप्शंस में अपने कुल लॉन्ग पोजीशन को बढ़ा दिया है।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 359 रुपये के स्तर पर सहारा और 369 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली हो सकती है। (शेयर मंथन, 13 सितम्बर 2021)