बेस मेटल की कीमतों में मिला-जुला रुझान रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 745 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 735 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
चीन की लचीली मौद्रिक नीतियों के बरकरार रहने के कारण आज सुबह शंघाई बेस मेटल की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है जबकि एलएमई पर में बेस मेटल की कीमतों में मिला-जुला रुझान है। अमेरिका में लगातार बेहतर आँकड़ों ने बाजार की बहस को फिर से शुरू कर दिया फेडरल रिजर्व कब अपने प्रोत्साहन उपायों को बंद कर देगा। चीन का घरेलू पूंजी बाजार अपेक्षाकृत लचीला है और चीन का अगस्त में वित्तीय आँकडा महीने-दर-महीने अनुमान से अधिक रहा है। इस बात के कुछ प्रमाण हैं कि कोरोना वायरस महामारी से चीन की मजबूत आर्थिक रिकवरी की रफ्तार कुछ कम हो गयी है, और इससे तांबे की माँग में कमी आ सकती है।
जिंक की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतों को 257 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 253 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता हैं। शंघाई और लंदन दोनों में जिंक के भंडार में गिरावट हुई है और बाजार की नजर सितंबर और अक्टूबर में मौसमी उच्च माँग पर है। लेड की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 186-190 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। निकल में खरीदारी हो सकती है और कीमतें 1,520 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,555 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। एसएचएफई में कई महीनों से आपूर्ति में कमी हो रही थी लेकिन यह कमी हाल ही में बहुत अधिक हो गई है, जिससे सितंबर-दिसंबर में भारी कमी हो सकती है।
एल्युमीनियम की कीमतों को 233 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 228 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। गुआंग्शी और भीतरी मंगोलिया में एल्युमीनियम की आपूर्ति अभी भी ऊर्जा खपत नियंत्राण नीति से प्रभावित है। (शेयर मंथन, 13 सितम्बर 2021)