बेस मेटल की कीमतों में मिला-जुला रुझान रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 735 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 722 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
डॉलर के मजबूत होने के कारण आज सुबह शंघाई बेस मेटल की कीमतों में नरमी देखी जा रही है जबकि एलएमई पर में भी बेस मेटल की कीमतों में नरमी का रुझान है। दुनिया के सबसे बड़े उत्पादक चिली में हड़ताल के जोखिम खत्म होने के संकेत के बाद कल तांबे की कीमतों में फिर से गिरावट हुई। एक के बाद एक चिली में खनन कंपनियों ने कई श्रम संघर्षों का समाधान किया है। इस बात के कुछ प्रमाण हैं कि कोरोना वायरस महामारी से चीन की मजबूत आर्थिक रिकवरी की रफ्तार कुछ कम हो गयी है, और इससे तांबे की माँग में कमी आ सकती है।
जिंक की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतों को 255 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 251 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता हैं। शंघाई और लंदन दोनों में जिंक के भंडार में गिरावट हुई है और बाजार की नजर सितंबर और अक्टूबर में मौसमी उच्च माँग पर है। लेड की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 186-189 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। निकल में खरीदारी हो सकती है और कीमतें 1,470 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,500 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। एसएचएफई में कई महीनों से आपूर्ति में कमी हो रही थी लेकिन यह कमी हाल ही में बहुत अधिक हो गयी है, जिससे सितंबर-दिसंबर में भारी कमी हो सकती है।
एल्युमीनियम की कीमतों को 233 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 228 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। एक सरकारी दस्तावेज से पता चला है कि दक्षिण-पश्चिम चीन के युन्नान ने ग्रीन एल्युमीनियम स्मेल्टरों - जो अपने बिजली स्रोत के रूप में प्रांत की जलविद्युत का उपयोग कर रहे हैं - को सितंबर-दिसंबर में औसत मासिक उत्पादन रखने के लिए कहा है। (शेयर मंथन, 14 सितम्बर 2021)