कच्चे तेल की कीमतों में नरमी रह सकती है। कीमतों के 5,330-5,460 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में ओमाइक्रोन कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण तेल की कीमतों में आज लगभग 2% से अधिक की गिरावट दर्ज की गयी है। निवेशकों की चिंता बढ़ गयी कि इसके प्रसार से निपटने के लिए व्यवसायों पर नए प्रतिबंध से ईंधन की माँग को प्रभावित हो सकती हैं। नीदरलैंड ने रविवार को लॉकडाउन लगा दिया और कई यूरोपीय देशों में क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों से पहले और कोविड-19 को लेकर अधि प्रतिबंध् लगाये जाने की संभावना थी। संयुक्त राज्य अमेरिका में, व्हाइट हाउस के चिकित्सा सलाहकार डॉ. एंथनी फौसी ने अपने प्रियजनों से मिलने जाने वाले लोगों से बूस्टर खुराक लेने और भीड़-भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर हमेशा मास्क पहनने का आग्रह किया। इस बीच, अमेरिकी ऊर्जा फर्मों ने इस सप्ताह लगातार दूसरे सप्ताह तेल और नेचरल गैस रिगों की संख्या में बढ़ोतरी की है। ऊर्जा सेवा फर्म बेकर ह्यूजेस के अनुसार 17 दिसंबर को समाप्त में तेल और गैस रिगों की संख्या में तीन बढ़कर 579 हो गयी, जो अप्रैल 2020 के बाद से उच्चतम है।
नेचुरल गैस में खरीदारी होने की संभावना है और कीमतों को 279 रुपये के स्तर पर सहारा और 290 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 20 दिसंबर 2021)