कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतों के 5,080-5,190 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
तेल की कीमतों में आज बढ़त देखी जा रही है लेकिन निवेशक वैश्विक स्तर पर ओमाइक्रोन कोरोना वायरस के तेजी से प्रसार के को लेकर चिंतित हैं। निवेशकों की चिंता बढ़ गयी कि इसके प्रसार से निपटने के लिए व्यवसायों पर नए प्रतिबंध से ईंधन की माँग को प्रभावित हो सकती हैं। नीदरलैंड ने रविवार को लॉकडाउन लगा दिया और कई यूरोपीय देशों में क्रिसमस और नये साल की छुट्टियों से पहले और कोविड-19 को लेकर अधिक प्रतिबंध लगाये जाने की संभावना है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सोमवार को कहा कि वह जरूरत पड़ने पर ओमिक्रॉन संस्करण के प्रसार को रोकने के लिए प्रतिबंध लगायेंगे। यूरोप और संयुक्त राज्य भर में ओमाइक्रोन संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है, लंदन और अन्य जगहों पर हर दो या तीन दिनों में दोगुना हो रहा है और वित्तीय बाजारों पर भारी असर पड़ रहा है, जो वैश्विक आर्थिक सुधार को बाधित कर सकता हैं। आपूर्ति के मोर्चे पर, तेल उत्पादन में कटौती के साथ ओपेक प्लस का अनुपालन नवंबर में बढ़कर 117% हो गया, जो एक महीने पहले 116% था, जिससे पता चलता है कि उत्पादन स्तर सहमत लक्ष्य से काफी कम है। प्रारंभिक रायटर पोल के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका में, कच्चे तेल के भंडार में लगातार चौथे सप्ताह गिरावट की उम्मीद है।
नेचुरल गैस में खरीदारी होने की संभावना है और कीमतों को 276 रुपये के स्तर पर सहारा और 285 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। (शेयर मंथन, 21 दिसंबर 2021)