कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है। कीमतों के 5,700-5,820 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
ओमाइक्रोन वैरिएंट से वैश्विक स्तर पर तेल की माँग के प्रभावित होने की आशंकाओं के बीच वैश्विक आपूर्ति के पहले की तुलना में सख्त होने के कारण तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। न्यूयॉर्क में कच्चा तेल वायदा 1.2% बढ़ा है जबकि ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें नवंबर के अंत के बाद पहली बार 80 डॉलर प्रति बैरल पर पहुँच गयी क्योंकि ओपेक प्लस उत्पादन बढ़ाने की अपनी योजना पर अड़ा हुआ है। ओमिक्रॉन संस्करण के बावजूद तेल की माँग के बरकरार रहने के कारण ओपेक प्लस निर्माता समूह ने मंगलवार को फरवरी के लिए निर्धारित उत्पादन में 4,00,000 बैरल-दिन की वृद्धि को मंजूरी दी। इसके पहले पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन ने कल हुई बैठक से पहले इस तिमाही में वैश्विक तेल बाजारों में अधिशेष के अपने अनुमान में कटौती की। समूह के उत्पादन में वृद्धि सहमत स्तरों से कम होने की संभावना है क्योंकि कुछ सदस्य तेल उत्पादन नही कर पा रहे है। रूस पिछले महीने उत्पादन बढ़ाने में विफल रहा, जबकि ओपेक सदस्य लीबिया में उत्पादन इस सप्ताह फिर से गिरने की उम्मीद है। ओपेक प्लस संयुक्त तकनीकी समिति, जो मंत्रियों की ओर से बाजार का विश्लेषण करती है, 2022 के पहले तीन महीनों में एक दिन में 1.4 मिलियन बैरल का सरप्लस रहने का अनुमान लगाया है, जो एक महीने पहले के अनुमान से लगभग 25% कम है।रूस के उप प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने कहा कि अस्पताल में भर्ती होने के निम्न स्तर को देखते हुये ओमाइक्रोन का प्रसार तेल की माँग को कम नहीं कर रहा है।
नेचुरल गैस में खरीदारी होने की संभावना है और कीमतों को 270 रुपये के स्तर पर सहारा और 294 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 05 जनवरी 2022)