बेस मेटल की कीमतों में मिला-जुला रुझान रहने की संभावना है। तांबे की कीमतें 805-817 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने के कारण कल शंघाई और एलएमई में बेस मेटल की कीमतों में गिरावट हुई क्योंकि पिछले सप्ताह अमेरिका में पहली बार बेरोजगार दावों की संख्या में कमी दर्ज की गयी और मार्च में पीएमआई मैनुफैक्चरिंग के शुरुआती आँकड़ें काफी बेहतर रहे है। तंजुग समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, चीन की जिजिन माइनिंग की सर्बियाई शाखा ने अपने तांबा स्मेल्टर में तीन महीने तक उत्पादन बंद करने की योजना बनाई है।
एलएमई ने कहा है कि कुछ सदस्यों के माँग के बावजूद रूसी उत्पादकों से प्राप्त मेटल, जैसे नोरिल्स्क निकल से निकल और तांबा या रुसल से एल्युमीनियम, पर अपने सिस्टम पर प्रतिबंध लगाने की उसकी कोई योजना नहीं है। निकल में उठापटक के साथ कारोबार हो सकता है और कीमतों को 2,190 रुपये पर सहारा और 2,350 रुपये पर बाधा रह सकता है। रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच आपूर्ति को लेकर लगातार चिंता के कारण लंदन और शंघाई में कल निकल की कीमतें अपनी मूल्य सीमा तक बढ़ गयी।
एल्युमीनियम की कीमतें तेजी के रुझान के कारोबार कर सकती है और 278 रुपये के सहारा और 286 रुपये पर अड़चन रह सकता है। विश्लेषकों का कहना है कि रूस ऑस्ट्रेलियाई एल्यूमिना आपूर्ति पर प्रतिबंध के बाद अपने विशाल पड़ोसी देशों से आपूर्ति शुरू करने पर बातचीत कर सकता है, लेकिन चीन के एल्युमीनियम स्मेल्टरों को सभी फीडस्टॉक की आवश्यकता होती है।
जिंक में खरीदारी हो सकती है और कीमतों को 328 रुपये पर सहारा और 333 रुपये पर रुकावट रह सकता है। लेड की कीमतें 180-184 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 25 मार्च 2022)