खबरों के अनुसार भारती एयरटेल (Bharti Airtel) और वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) ने इंटरकनेक्ट यूजर चार्ज (आईयूसी) हटाने का विरोध किया है।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने आईयूईसी हटाने को लेकर बैठक बुलायी थी, जिसमें केवल वोडाफोन आइडिया और एयरटेल ने ही इसका विरोध किया। वहीं खबर है कि रिलायंस जियो (Reliance Jio) ने इस मामले में कहा कि यदि कॉल जोड़ने पर लगने वाले शुल्क आईयूसी को हटाने का फैसला जनवरी 2020 के बाद लिए टाला गया तो इससे सस्ती दूरसंचार सेवाएँ प्रभावित होंगी।
बता दें कि ट्राई द्वारा बुलायी गयी बैठक में बीएसएनएल, एमटीएनएल और जियो उन 155 प्रतिभागियों में शामिल रहीं, जिन्होंने 1 जनवरी 2020 से संभावित रूप से शुरू की जाने वाली बिल ऐंड कीप (बीएकके) व्यवस्था पर चर्चा में भाग लिया। बीऐंडके व्यवस्था आईयूसी के मौजूदा 6 पैसे शुल्क की जगह लेगी।
आईयूसी वह शुल्क होता है, जो दो दूरसंचार कंपनियाँ अपने ग्राहकों की आपस में कॉल लगवाने के लिए एक-दूसरे से वसूल करती हैं। यानी जब भी आप अपने नेटवर्क से किसी अन्य नेटवर्क पर कॉल लगायेंगे, तो आपके नेटवर्क ऑपरेटल को उस ऑपरेटर को आईयूसी शुल्क (6 पैसे) देने होंगे, जिसके नेटवर्क पर आपने कॉल लगायी है। वहीं बीएके व्यवस्था के तहत आईयूसी शुल्क शून्य होगा। (शेयर मंथन, 16 नवंबर 2019)
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