देश की सबसे बड़ी कार बनाने वाली कंपनी मारुति सुजुकी की अप्रैल की कुल बिक्री में सालाना आधार पर 6 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
कुल होलसेल बिक्री 6 फीसदी गिरकर 1.5 लाख इकाई रही। पिछले साल इसी अवधि के दौरान कंपनी ने 1.59 लाख इकाई गाड़ियां डीलर को डिस्पैच की थी। कंपनी की घरेलू बिक्री 7 फीसदी गिरकर 1.32 लाख इकाई रही। छोटी गाड़ियों की बिक्री जैसे अल्टो, एस प्रेसो, 32 फीसदी गिरकर 17,137 इकाई रही, जो इसी अवधि में पिछले साल 25,041 इकाई थी। कॉम्पैक्ट सेगमेंट में जिसमें स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो और डिजायर शामिल हैं,जिसकी बिक्री 18 फीसदी गिरकर 59,184 इकाई रही। वहीं मिड साइज की कार सियाज की बिक्री 1,567 से घटकर 579 इकाई दर्ज की गई। यूटिलिटी गाड़ियों की बिक्री जिसमें विटारा ब्रीजा, एस-क्रॉस और एर्टिगा की बिक्री 33 फीसदी बढ़कर 33,941 इकाई दर्ज की गई। वहीं कंपनी का अप्रैल में निर्यात 7 फीसदी बढ़कर 17,237 इकाई से बढ़कर 18,413 यूनिट दर्ज किया गया।
टाटा मोटर्स की अप्रैल में होलसेल बिक्री 74 फीसदी बढ़कर 72,468 इकाई रही। पिछले साल इसी अवधि में कंपनी ने 41,729 इकाई गाड़ियां ही बेची थी। कंपनी कीघरेलू बिक्री 81 फीसदी बढ़कर 39,401 से बढ़कर 71,467 इकाई दर्ज किया गया। डीलर्स को कुल डिस्पैच किए गए यात्री वाहनों की संख्या 66 बढ़कर 41,587 इकाई रहा। वहीं घरेलू व्यावसायिक वाहनों की बिक्री दोगुना बढ़कर 14,306 से 29,880 इकाई पर पहुंच गया।
बजाज ऑटो की अप्रैल कुल बिक्री में 20 फीसदी की गिरावट देखी गई है। अप्रैल में कुल बिक्री 20 फीसदी गिरकर 3.10 लाख इकाई रहा। पिछले साल कंपनी ने इसी अवधि में 3.88 लाख इकाई गाड़ियां ही बेची थी। कुल घरेलू बिक्री 1.34 लाख इकाई से घटकर 1.02 लाख इकाई रही जो कि 24 फीसदी कम है। यही नहीं निर्यात भी अप्रैल में 18 फीसदी गिरकर 2.53 लाख से घटकर 2.08 लाख इकाई रह गई। घरेलू दोपहिए वाहनों की बिक्री 1.26 लाख के मुकाबले 93,233 इकाई ही रही जो कि पिछले साल के मुकाबले 26 फीसदी कम है। कंपनी का दोपहिए वाहनों का निर्यात भी 15 फीसदी गिरकर 2.21 लाख के मुकाबले 1.88 लाख इकाई ही रहा। घरेलू बाजार में व्यावसायिक वाहनों की बिक्री 13 फीसदी बढ़कर 7901 के मुकाबले 8944 इकाई दर्ज किया गया। वहीं व्यावसायिक वाहनों का निर्यात 37 फीसदी घटकर 31,942 से घटकर 20,119 इकाई रहा। वहीं व्यावसायिक वाहनों की बिक्री 16,147 से बढ़कर 20,411 इकाई दर्ज की गई।
महिंद्रा एंड महिंद्रा की अप्रैल में कुल बिक्री 25 फीसदी बढ़कर 45,640 इकाई रही। पिछले साल इसी महीने में कंपनी की बिक्री 36,437 इकाई रही थी। वहीं घरेलू बाजार में बिक्री 23 फीसदी बढ़कर 22,526 इकाई दर्ज की गई। पिछले साल इसी महीने में 18,285 इकाई गाड़ियां ही बिकी थी।
कंपनी ने पिछले साल अप्रैल के 2,005 के मुकाबले 2,703 इकाई गाड़ियां निर्यात की। स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (SUV) सेगमेंट में कंपनी की ग्रोथ 22 फीसदी बढ़कर 22,168 इकाई रही। वहीं व्यावासायिक गाड़ियों के सभी सेगमेंट और निर्यात में 35 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई। एमएंडएम के ऑटोमोटिव डिविजन के प्रेसिडिंट विजय नाकरा ने कहा कि गाड़ियों की मांग में तेजी आई है,साथ ही बुकिंग की संख्या काफी मजबूत है। चीन में लॉकडाउन के कारण सप्लाई चेन से जुड़ी कई तरह की चुनौतियां मौजूद है। फार्म उपकरणों की घरेलू बिक्री पिछले साल के 26,130 के मुकाबले 39,405 इकाई रही। वहीं ट्रैक्टर्स बिक्री 27,523 से बढ़कर 40,939 इकाई रही। इसके अलावा अप्रैल में 1,534 गाड़ियों का निर्यात किया गया।
रॉयल एनफील्ड की अप्रैल में कुल बिक्री 17 फीसदी बढ़कर 62,155 इकाई दर्ज की गई। पिछले साल इसी अवधि में कंपनी ने 53,298 इकाई गाड़ियां बेची थी। वही घरेलू बिक्री 10 फीसदी बढ़कर 48,789 के मुकाबले 53,852 इकाई रही। वहीं निर्यात 4,509 इकाई से बढ़कर 8,303 इकाई रही।
हिंदुजा ग्रुप की कंपनी अशोक लेलैंड के व्यावसायिक वाहनों की बिक्री अप्रैल महीने में 42 फीसदी बढ़कर 11,847 इकाई दर्ज की गई। पिछले साल इसी महीने में कंपनी ने 8,340 यूनिट की बिक्री की थी। घरेलू बिक्री में सालाना आधार पर 41 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई। यह 7,961 से बढ़कर 11,197 इकाई दर्ज की गई। वहीं हल्के व्यावसायिक वाहनों की घरेलू बिक्री 4 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 3,978 के मुकाबले 4,124 इकाई दर्ज की गई।
वॉल्वो आयशर कमर्शियल वहीकल (VECV) की बिक्री अप्रैल में दोगुना बढ़कर 5525 इकाई दर्ज की गई। पिछले साल इसी अवधि में कंपनी ने 2,145 इकाई गाड़ियां बेची थी। आपको बता दें कि वीईसीवी एक वॉल्वो ग्रुप और आयशर मोटर्स का संयुक्त उपक्रम है।
घरेलू बाजार में आयशर ब्रांड के ट्रक और बसों की बिक्री 1,555 से बढ़कर 4,766 इकाई दर्ज की गई। वही अप्रैल में 650 इकाई का निर्यात किया गया जो पिछले साल इसी अवधि में 541 इकाई थी। वहीं वॉल्वो ट्रक और बस की बिक्री सालाना आधार पर 49 से बढ़कर 109 इकाई दर्ज किया गया। (शेयर मंथन, 2 मई 2022)
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