राजीव रंजन झा : निफ्टी (Nifty) के चार्ट की ताजा तस्वीर को देख कर कुछ विश्लेषक गिरावट की बातें कह रहे हैं और उनकी बातों को बिल्कुल नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
कुछ की राय में जहाँ एक हल्की नरमी या मुनाफावसूली की गुंजाइश बन रही है, तो कुछ विश्लेषक ज्यादा बड़ी गिरावट के भी संकेत देख रहे हैं। मेरे हिसाब से दोनों में से किसी भी राय को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, लेकिन साथ में यह ध्यान रखना चाहिए कि बाजार ने अब तक वापस पलटने का कोई साफ संकेत नहीं दिया है। मंगलवार की गिरावट ने ऐसा कोई खतरा पैदा कर दिया हो, ऐसा नहीं लगता।
जो विश्लेषक नरमी या मुनाफावसूली की संभावना बता रहे हैं, उनकी नजर में निफ्टी के चार्ट पर खूँटी (वेज) की संरचना है। यह खूँटी ऊपर जाती दिख रही है, जिसका असर नकारात्मक होता है। खूँटी के नाम से ही जाहिर है कि इसमें शुरुआती दायरा बड़ा होता है जो आगे छोटा होता जाता है। ऊपर जाती खूँटी में लगातार ऊपरी शिखर और ऊपरी तलहटी की संरचना बनती रहती है, इसलिए बाजार का रुझान सकारात्मक लगता रहता है। लेकिन इस संरचना से नीचे फिसलते ही बाजार में गिरावट आ जाती है।
अभी ऐसी संरचना निफ्टी के दैनिक चार्ट पर और घंटेवार चार्ट पर भी देखी जा सकती है। लेकिन अभी ऐसा नहीं कहा जा सकता कि निफ्टी इनमें गिरावट का संकेत दे चुका है। कल की गिरावट से निफ्टी इस संरचना में भी अपने समर्थन स्तरों के पास आया है, उनसे नीचे नहीं फिसला।
साथ ही यह बात ध्यान रखने लायक है कि निफ्टी के हाल के कुछ शिखरों को मिलाती जो रेखा अभी खूँटी की ऊपरी रेखा लग रही है, उसके ऊपर निकल जाने पर नकारात्मक अंदेशे कट जायेंगे। दिलचस्प यह है कि कल के ऊपरी स्तर 6101 को पार करने पर यह रेखा भी ऊपर की ओर कटती दिखेगी। तब यही दिखेगा कि निफ्टी पिछले साल मई-जून से अब तक जिस चढ़ती पट्टी में चलता रहा है, उसी पट्टी की ऊपरी रेखा को छूने के लिए यह करीब 6200 की ओर जा रहा है।
इस समय भी इस खूँटी-नुमा संरचना को मैं पक्के भरोसे से नहीं देख पा रहा, क्योंकि अगर नीचे हम दिसंबर-जनवरी के निचले स्तरों को मिलाती रेखा खींचें और ऊपर 19 दिसंबर के शिखर से 7 जनवरी के शिखर को मिलाती रेखा खींचें तो यह संरचना ऊपर चढ़ती छोटी पट्टी की लगती है, खूँटी की नहीं।
इसलिए किस्सा यही है कि आप चाहे खूँटी देखें या चढ़ती पट्टी, अगर निफ्टी दिसंबर-जनवरी की तलहटियों को मिलाती रेखा से नीचे फिसल गया तो कुछ गिरावट की गुंजाइश बन जायेगी। ऐसी किसी स्थिति में मेरी नजर इस बात पर होगी कि निफ्टी 20 दिनों के एसएमए यानी सिंपल मूविंग एवरेज (अभी 5988) पर सहारा लेता है या नहीं। अगर यह टूट जाये तो निफ्टी 18 दिसंबर की ताजा तलहटी 5823 तक फिसल सकता है। लेकिन अगर 20 एसएमए न टूटे तो चिंता की कोई जरूरत नहीं।
लेकिन सबसे पहले तो आप अपनी उम्मीदें 6000-6020 के दायरे पर ही टिका कर रख सकते हैं। अगर निफ्टी इस दायरे के ऊपर टिका रहे तो गणित के किसी भी सिद्धांत से निफ्टी नीचे गिर ही नहीं सकता।
जो कारोबारी मित्र निफ्टी में एक ही दिन में कई सौदे निपटाया करते हों, उनके लिए मैं कहूँगा कि वे 6040 (स्पॉट) पर सहारा मिलने की स्थिति में 6065, 6075 और फिर 6100 के स्तरों पर नजर रख सकते हैं। अगर यह अगले 2-3 सत्रों में 6120 पार करे तो साफ तौर पर यह 6180-6200 की ओर बढ़ेगा। लेकिन अगर 6040 के नीचे कमजोरी दिखे तो उसके बाद करीब 6000 इसका अगला पड़ाव होगा और उसके नीचे 5940 पर नजर रहेगी। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 23 जनवरी 2013)
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