

राजीव रंजन झा : इस हफ्ते भारतीय शेयर बाजार भले ही कुछ नरम होता दिख रहा है, लेकिन विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की खरीद-बिक्री के आँकड़ों ने फिर से रफ्तार पकड़ी है।
इस खरीद-बिक्री के संकेतों को ठीक से समझना जरूरी है। न केवल नकद श्रेणी में उनकी खरीदारी बढ़ी है, बल्कि बीते 2 दिनों में उन्होंने वायदा कारोबार, खास कर ऑप्शन में करीब 6000 करोड़ रुपये की जोरदार खरीदारी की है। उनकी यह खरीदारी पुट ऑप्शन में ज्यादा है। वायदा विश्लेषक ताजा आँकड़ों को देख कर बता रहे हैं कि 5700 पुट और 5600 पुट में ज्यादा खरीदारी हुई है।
एक तरफ नकद श्रेणी में लगातार बड़ी खरीदारी जारी रखना और दूसरी तरफ पुट ऑप्शन खरीदना एक तरह से हेजिंग रणनीति का हिस्सा लगता है। यह दिखाता है कि एफआईआई अभी भारतीय बाजार में अपनी खरीदारी रोकना नहीं चाहते, लेकिन किसी बड़ी गिरावट की स्थिति में होने वाले संभावित नुकसान से भी खुद को बचा कर रखना चाहते हैं।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के अमित गुप्ता इसे एफआईआई की कारोबारी रणनीति का भी हिस्सा मान रहे हैं। आकलन यह है कि एफआईआई ने पहले निफ्टी फ्यूचर 6000 के पास रहने के समय इंडेक्स फ्यूचर में बिकवाली (शॉर्ट) की थी और अब उसके बाद वापस 5700 के पास खरीदारी की। साथ ही उन्होंने 6100 और 6200 के कॉल ऑप्शन में खरीदारी भी की थी। अब उनकी ओर से 5700-5600 पुट में खरीदारी हो रही है। साथ ही वे बैंक निफ्टी के पुट में भी खरीदारी कर रहे हैं।
यह एक तरह से छोटी अवधि में कारोबारी फायदा उठाने का सटोरिया दाँव लगता है। जब उन्होंने पुट ऑप्शन खरीदना शुरू किया, उस समय वोलैटिलिटी इंडेक्स काफी नीचे था और ऑप्शन के प्रीमियम काफी कम थे। अब ये प्रीमियम बढ़े हैं। अमित मान रहे हैं कि 5800 के ऊपर कहीं सहारा मिल सकता है, क्योंकि 5800 पुट में खुले सौदों (ओपन इंट्रेस्ट) की संख्या एक करोड़ से ज्यादा हो गयी है। साथ ही 5700 पुट के भी एक करोड़ से ज्यादा शेयरों के खुले सौदे हैं।
आज सुबह के कारोबार में निफ्टी कुछ कमजोर खुला है और फिलहाल 5870-5890 के दायरे में है। आज अगर निफ्टी इस दायरे से नीचे फिसला तो 5850 तक फिसलने की गुंजाइश बन जायेगी। तकनीकी नजरिये से अगर निफ्टी इसके भी नीचे फिसला तो अगले 2-4 दिनों में 5815 और 5780 के स्तर आ सकते हैं। लेकिन अगर निफ्टी 5850 तोड़े बिना 5900 के ऊपर निकलने लगे तो इसे तात्कालिक रूप से बाजार के वापस सँभलने का संकेत मान सकते हैं। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 13 मार्च 2013)
Add comment