इक्विटी रश के सीईओ कुणाल सरावगी के मुताबिक भारतीय शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊँचाई पर होने के बावजूद निवेशकों में उस तरह की खुशी नहीं है, क्योंकि छोटे-मँझोले शेयरों में तेजी नहीं है।
सरावगी का कहना है कि बहुत ही चुनिंदा शेयरों में तेजी है जिसके चलते मुख्य सूचकांक तो ऊपर है, लेकिन आम जनता के हाथों में जो शेयर हैं उनमें तेजी देखने को नहीं मिल रही है। मँझोले शेयरों के सूचकांक तो शिखर से 16-17% नीचे चल रहे हैं।
तो आखिर क्या कारण है कि छोटे निवेशकों को बाजार की इस तेजी का पूरा फायदा नहीं मिल पा रहा है। उन्हें क्या सुधार करना चाहिए अपनी निवेश रणनीति में? देखें कुणाल सरावगी से निवेश मंथन के संपादक राजीव रंजन झा की यह बातचीत।
(शेयर मंथन, 20 जुलाई 2018)
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