भारतीय शेयर बाजार कंपनियों की आय में वृद्धि, उभरते बाजारों में भारत की तुलनात्मक मजबूती और वैश्विक आर्थिक धीमेपन की वजह से संरचनात्मक तेजी के दौर में है।
मुझे उम्मीद है कि सरकार के सुधारवादी कदम देश की आर्थिक प्रगति की रफ्तार को तेज करेंगे। ये सभी कारक लंबी अवधि के निवेशकों के लिए फायदेमंद होंगे। कॉर्पोरेट जगत की निराशाजनक आय बाजार के समक्ष सबसे बड़ी चिंता है, जबकि जीएसटी, कमोडिटी चक्र का पूरा होना, सरकार के सुधारवादी कदम और होने वाले निवेश बाजार के लिए सकारात्मक पहलू हैं। प्रदीप गुप्ता, वाइस चेयरमैन, आनंद राठी फाइनेंशियल सर्विसेज (Pradeep Gupta, Vice Chairman, Anand Rathi Financial Services)
(शेयर मंथन, 09 जनवरी 2015)