मौजूदा कारोबारी साल की अप्रैल-जून तिमाही में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में वृद्धि की दर 5.7% रही है। इससे पिछली तिमाही में जीडीपी बढ़ोतरी की दर 6.1% रही थी, जबकि पिछले साल की अप्रैल-जून तिमाही में भारतीय जीडीपी 7.9% की दर से बढ़ी थी।
मुख्यतः मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों में धीमेपन की वजह से 30 जून को खत्म तिमाही में जीडीपी वृद्धि की दर छह प्रतिशत से नीचे आ गयी, जो पिछले तीन सालों के दौरान जीडीपी में सबसे कम है। इससे पहले जनवरी-मार्च 2014 में जीडीपी वृद्धि की दर महज 4.6% रही थी। अप्रैल-जून 2017 में मैन्युफैक्चरिंग में वृद्धि की दर 1.2% रही है, जबकि पिछली तिमाही में इसमें 5.3% की दर से वृद्धि दर्ज की गयी थी।
साथ ही, ताजा आँकड़ों के मुताबिक जुलाई महीने में कोर इंडस्ट्रीज (Core Industries) के प्रदर्शन में साल-दर-साल 2.4% की बढ़ोतरी दर्ज की गयी। जुलाई 2017 में इस्पात उत्पादन में 9.2%, प्राकृतिक गैस उत्पादन में 6.6%, बिजली उत्पादन में 5.4% और कोयला उत्पादन में महज 0.7% की सालाना दर से वृद्धि आयी। दूसरी ओर इसी दौरान कच्चे तेल के उत्पादन में 0.5%, रिफाइनरी उत्पादों में 2.7%, सीमेंट उत्पादन में 2% और फर्टिलाइजर्स के उत्पादन में 0.3% की सालाना दर से गिरावट आयी। (शेयर मंथन, 31 अगस्त 2017)