भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से रफ्तार पकड़ती दिख रही है। अधिक सरकारी व्यय और तीनों मूलभूत क्षेत्रों में तेजी की बदौलत वित्तीय वर्ष 2017-18 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में देश की जीडीपी (GDP) 7.2% की दर से बढ़ी है।
31 दिसंबर को समाप्त तिमाही में कृषि (Agriculture), उद्योग (Industry) और सेवा (Services) क्षेत्र में तो बढ़ोतरी दर्ज हुई ही, विनिर्माण (Manufacturing) क्षेत्र में भी बीती तिमाही के मुकाबले वृद्धि हुई। इस तरह एक बार फिर भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनने की राह पर अग्रसर हो गया है। चीन (China) की जीडीपी अक्टूबर-दिसंबर 2017 में 6.8% की दर से बढ़ी थी।
अप्रैल-जून 2017 में भारतीय जीडीपी वृद्धि की दर फिसल कर 5.7% रह गयी थी, जो तीन सालों का सबसे निचला स्तर था। हालाँकि इसके बाद भारतीय अर्थव्यवस्था में बेहतरी के संकेत दिखने लगे और जुलाई-सितंबर 2017 में यह 6.5% की दर से बढ़ी थी। लगातार पाँच तिमाहियों में वृद्धि दर में गिरावट दर्ज करने के बाद यह पहला मौका था, जब जीडीपी वृद्धि की दर में बढ़ोतरी हुई थी। आँकड़ों के बेहतर होने से उत्साहित सरकार ने साल 2017-18 के लिए जीडीपी वृद्धि की दर के अनुमान को 6.5% से बढ़ा कर 6.6% कर दिया है। (शेयर मंथन, 28 फरवरी 2018)