भारत की प्रमुख रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स ऐंड रिसर्च (India Ratings) ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में वृद्धि दर के अनुमान को फिर से घटा कर 1.9% कर दिया है।
इससे पहले 30 मार्च 2020 को एजेंसी ने 3.6% विकास दर (Growth Rate) का अनुमान सामने रखा था। इंडिया रेटिंग्स का कहना है कि 1.9% की यह विकास दर पिछले 29 वर्षों में सबसे निचली विकास दर होगी। इससे पहले वित्त वर्ष 1991-92 में 1.1% विकास दर दर्ज हुई थी। एजेंसी ने 1.9% वृद्धि का यह अनुमान इस धारणा के आधार पर रखा है कि देश में आंशिक लॉकडाउन (Lockdown) मई 2020 के मध्य तक जारी रहेगा।
इंडिया रेटिंग्स का आकलन है कि भारत की जीडीपी को 2019-20 की चौथी तिमाही के स्तर पर वापस लौटने में 2020-21 की तीसरी तिमाही तक का समय लग जायेगा, वह भी यह मानते हुए कि 2020-21 की दूसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर 2020 के दौरान सामान्य आर्थिक गतिविधियाँ शुरू हो जायेंगी और 2020-21 की तीसरी तिमाही में त्योहारी माँग उभरेगी।
लेकिन यदि लॉकडाउन मई 2020 के मध्य से भी आगे तक जारी रहा और क्रमशः वापस सँभलने का आरंभ जून 2020 के अंत तक संभव हो पाया, तो जीडीपी वृद्धि -2.1% (शून्य से 2.1% नीचे) रह सकती है। यह बीते 41 वर्षों का सबसे खराब प्रदर्शन होगा और वित्त वर्ष 1951-52 के बाद से छठा ऐसा साल होगा, जब विकास दर नकारात्मक होगी। नकारात्मक विकास दर वाले पिछले वित्त वर्षों को देखें तो 1957-58 में -0.4%, 1965-66 में -2.6%, 1966-67 में -0.1%, 1972-73 में -0.6% और 1979-80 में -5.2% विकास दर रही थी। (शेयर मंथन, 27 अप्रैल 2020)