बुनियादी ढाँचा वाले आठ प्रमुख क्षेत्रों (core sector) ने जून 2021 के महीने में पिछले वर्ष जून के निचले आधार (low base) पर अच्छी वृद्धि दिखायी है।
जून 2021 में इन आठ क्षेत्रों ने 8.9% वृद्धि पायी है, जबकि जून 2020 में 12.4% की गिरावट आयी थी। हालाँकि यह दर मई 2021 में 16.3%, अप्रैल 2021 में 60.9%, मार्च 2021 में 12.6%, फरवरी 2021 में -3.3%, जनवरी 2021 में 1.3%, दिसंबर 2020 में 0.4% और नवंबर 2020 में -1.1% थी। इससे स्पष्ट है कि इन आँकड़ों पर कोरोना महामारी के चलते अप्रैल-जून 2020 के दौरान सख्त तालाबंदी (लॉकडाउन) और इस वर्ष 2021 में तुलनात्मक रूप से हल्की तालाबंदी का असर है। अप्रैल 2020 में देश भर में लगभग संपूर्ण तालाबंदी थी, इसलिए अप्रैल 2021 में इन आठ क्षेत्रों ने उस निचले आधार से 60.9% की तेज वृद्धि दिखायी, जो अगले दो महीनों में क्रमशः हल्की होती गयी।
अप्रैल-जून 2021 की तिमाही में इन आठ क्षेत्रों की वृद्धि दर 25.3% रही है, जबकि अप्रैल-जून 2020 की तिमाही में 23.8% की गिरावट आयी थी। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में इन आठ क्षेत्रों का योगदान 40.27% का है। ये आठ क्षेत्र हैं कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, खाद, इस्पात (स्टील), सीमेंट और बिजली। जून 2021 में आठ प्रमुख क्षेत्रों में हुई वृद्धि में मुख्य योगदान प्राकृतिक गैस, इस्पात, कोयला और बिजली क्षेत्रों का रहा है। जुलाई 2021 में इन आठ प्रमुख क्षेत्रों की वृद्धि दर के लिए अर्थशास्त्रियों का अनुमान 11-14% का है। (शेयर मंथन, 30 जुलाई 2021)