भारत की सबसे बड़ी गैस वितरक गेल (इंडिया) (GAIL) अमेरिका में एक तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) द्रवीकरण संयंत्र या परियोजना में 26% तक की इक्विटी हिस्सेदारी खरीदने की योजना बना रही है।
यूक्रेन पर हमले की वजह से पश्चिमी देशों के रूस पर प्रतिबंधों की वजह से गेल को पिछले साल आपूर्ति बाधाओं का सामना करना पड़ा था। रूस की स्वामित्व वाली गजप्रोम मार्केटिंग एंड ट्रेडिंग (GMTS) कुछ एलएनजी कार्गो की डिलीवरी करने में विफल रही थी।
गेल (इंडिया) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कंपनी सीधे या अपने सहयोगियों के माध्यम से, अमेरिका में प्रस्तावित एलएनजी द्रवीकरण संयंत्र या परियोजना के मौजूदा या बाद के कमीशन से इक्विटी खरीदने के लिए ‘अवसर की तलाश’ कर रही है।
उसने यह नहीं बताया कि भारतीय गैस वितरक ने किसी संभावित सौदे के लिए कितना राशि निर्धारित की है। बयान में कहा गया है कि इसके अलावा गेल सीधे तौर पर या अपनी किसी सहयोगी कंपनी के माध्यम से 10 लाख टन सालाना एलएनजी खरीदने की इच्छुक है। दस्तावेज में कहा गया है कि इच्छुक कंपनियों के लिए गेल को अपनी बोली जमा करने की अंतिम तिथि 10 मार्च है।
गेल के वित्त प्रमुख ने जनवरी में कहा था कि गेल अपनी बाधित आपूर्ति की भरपाई के लिए दीर्घकालिक गैस आयात सौदों की तलाश कर रही है और स्थानीय मांग को पूरा करने के लिए गैस खरीदने के लिए अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (ADNOC) और अन्य पक्षों के साथ बातचीत कर रही है।
(शेयर मंथन, 17 फरवरी 2023)