ब्रोकिंग फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (Tata Consultancy Services) या टीसीएस (TCS) के तिमाही नतीजों पर जारी अपनी आरंभिक टिप्पणी में कहा है कि टीसीएस की डॉलर आय में वृद्धि उसके अनुमानों से कम रही है।
मगर नियत मुद्रा (कॉन्स्टैंट करंसी) के आधार पर आमदनी में वृद्धि और इसके मार्जिन अनुमानों के मुताबिक रहे हैं। टीसीएस की डॉलर आमदनी तिमाही-दर-तिमाही 0.3% बढ़ कर 438.7 करोड़ डॉलर रही, जबकि आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने 1% वृद्धि के साथ 441.8 करोड़ डॉलर की तिमाही आमदनी का अनुमान लगाया था। मगर नियत मुद्रा में आमदनी तिमाही-दर-तिमाही 2% बढ़ी है। इसमें 1% वृद्धि मात्रा (वॉल्यूम) बढ़ने से मिली है, जबकि 1% का योगदान प्राप्तियाँ (रियलाइजेशन) बढ़ने से हुआ है।
रुपये में कंपनी की तिमाही आमदनी 29,735 करोड़ रुपये रही और इसमें ठीक पिछली तिमाही से 1.5% बढ़त दर्ज हुई। ब्रोकिंग फर्म ने इसमें 1.7% वृद्धि का अनुमान लगाया था। इस तरह रुपये में आमदनी अनुमानों से थोड़ा पीछे रही। कंपनी का तिमाही एबिट मार्जिन 26% पर पिछली तिमाही के जितना ही बना रहा। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का कहना है कि मौसमी रूप से इस कमजोर तिमाही में कामकाजी दक्षता दिखा कर कंपनी ने मार्जिन को कायम रखा।
टीसीएस के तिमाही मुनाफे को आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने अनुमानों से आगे बताया है। कंपनी ने तिमाही-दर-तिमाही 2.9% वृद्धि के साथ 6,778 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल किया है, जबकि ब्रोकिंग फर्म का अनुमान 6,558.5 करोड़ रुपये का था। इसमें 1192 करोड़ रुपये की अन्य आय का योगदान रहा है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने अन्य आय का अनुमान 1057 करोड़ रुपये रखा था। (शेयर मंथन, 12 जनवरी 2017)
Add comment